आडवाणी, जोशी व मोहन भागवत सहित कई बड़े नेताओं को भेजा निमंत्रण
अयोध्या।देश और दुनिया भर के भगवान श्री राम के भक्तों को बड़ी खुशखबरी है। 5 अगस्त को शुभ मुहूर्त में अयोध्या में ऐतिहासिक राम मंदिर के भव्य निर्माण की तैयारियां काफी तेज गति से चल रही है। 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए तैयारियों को अब अंतिम चरण दिया जा रहा है। भूमि पूजन को भव्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी सहित देश की जानी-मानी हस्तियों के साथ देश के नामचीन साधु-संतों को भी आमंत्रित किया जा रहा है । सूत्रों ने बताया है कि राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होने के लिए राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट की ओर से पीएम मोदी के अलावा भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ ही साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा राम मंदिर आंदोलन में बढ़-चढ़कर शामिल होने वाली भाजपा नेता उमा भारती को भी निमंत्रण भेजे जाने की खबरें आ रही हैं । गौरतलब है कि शनिवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट की अहम बैठक हुई थी, जिनमें राम मंदिर भूमि पूजन के लिए 2 तारीख 3 अगस्त और 5 अगस्त तय कर उनमें से कोई एक तारीख चुनने के लिए पूरी जानकारी पीएमओ को भेज दी गई थी। ट्रस्ट की बैठक की जानकारी मिलने के बाद में पीएमओ की ओर से 5 अगस्त को पीएम मोदी के अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होने की पुष्टि कर दी गई। इस जानकारी के बाद अब राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन की तारीख तय हो चुकी है । सनद रहे इस महत्वपूर्ण बैठक में राम मंदिर के मॉडल में भी बड़ा बदलाव किया गया है। अब राम मंदिर में 3 की जगह 5 गुंबद होंगे। राम मंदिर का आकार भी बढ़ेगा और उसकी ऊंचाई भी बढ़ेगी । राम मंदिर अब आयताकार नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी 40 किलो चांदी की ईट मंदिर की नीव के लिए ट्रस्ट को सौंप सकते हैं।
उमा भारती ने पवार के बयान को राम द्रोही बताया
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की कद्दावर नेता उमा भारती ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के राम मंदिर पर दिए गए बयान को राम द्रोही बताया है। शरद पवार ने पीएम मोदी के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में शामिल होने पर कहा था कि क्या मंदिर निर्माण से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि पहले कोरोना वायरस पर नियंत्रण पाने के प्रयास किए जाएं, इसके बाद में और दूसरे काम होने चाहिए।
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