उज्जैन। जिला अस्पताल में रोजाना रेबिज के इंजेक्शन लगवाने वालों की भीड़ उमड़ रही है। शहर तथा आसपास के क्षेत्रों से कुत्ता काटने का शिकार होने के बाद जिला अस्पताल में रोजाना औसतन 30 से 35 लोग रेबिज के इंजेक्शन लगाने पहुँच रहे हैं। जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. जितेन्द्र शर्मा के मुताबिक अभी भी 30 से 35 लोग श्वानों के काटने के कारण रैबीज का इंजेक्शन लगनाने पहुंच रहे हैं। जब शहर में 6 माह पहले कोरोना के कारण लॉकडाउन था तब थोड़ी कमी आई थी लेकिन इसके बाद से लेकर अब तक लगातार आवारा श्वानों के शिकार लोग अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि रेबिज का इंजेक्शन लगवाने आने वालों में ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग शामिल रहे। युवाओं को भी श्वानों ने अपना शिकार बनाया।
अस्पताल में प्रतिदिन इंजेक्शन लगाने वाले डॉक्टर मौजूद रहते हैं। इधर नगर निगम के लाख दावों के बावजूद शहर के कई इलाके आवारा श्वानों का गढ़ बने हुए हैं। इनमें नयापुरा, मक्सीरोड, जीवाजीगंज क्षेत्र, जयसिंहपुरा, लक्ष्मी नगर, छत्रीचौक, नई सड़क, केडीगेट, बहादुरगंज, कुशलपुरा, हनुमान, नीलगंगा, चामुँडा चौराहा, इंदौरगेट सहित शहर के हाईवे रोड पर कुत्तों का मजमा रहता है और ये लोगों पर हमला करते रहते हैं।
शहर में आवारा कुत्तों की भरमार
उल्लेखनीय हे कि शहर में अभी भी 18 हजार से ज्यादा आवार श्वान स्वतंत्र घूम रहे हैं। नगर निगम का दावा है कि इनमें से 7 हजार श्वानों की नसबंदी की जा चुकी है। आलम यह है कि गली मोहल्लों से लेकर हाई-वे तक आवारा श्वान लोगों के पीछे लपकते नजर आते हैं।
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