नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित तमाम नेताओं (Many leaders including Union Home Minister Amit Shah) ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Former Finance Minister Arun Jaitley) की जयंती पर (On his Birth Anniversary) श्रद्धांजलि दी (Paid Tribute) ।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “कानूनी और नीतिगत मामलों के विशेषज्ञ के रूप में अरुण जेटली ने सरकार के दृष्टिकोण के निर्बाध कार्यान्वयन में योगदान दिया। एक उत्कृष्ट वक्ता के रूप में उन्होंने इसे संसद के अंदर और बाहर जनता तक सफलतापूर्वक पहुंचाया। उनकी विरासत नए युग के नीति निर्माताओं को भलाई के लिए प्रेरित करती रहेगी।”
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “मैं उस मेंटर को याद कर रहा हूं, जिनका मार्गदर्शन और देश के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता मुझे गहराई तक प्रेरित करती रहती है। पद्म विभूषण स्वर्गीय अरुण जेटली को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि। उनकी स्थायी विरासत ने भारत के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है और राष्ट्र इसे हमेशा याद रखेगा।”
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “पूर्व वित्त मंत्री और सम्मानित नेता अरुण जेटली को उनकी जयंती पर स्मरण। देश की प्रगति और विकास में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।”
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री, ‘पद्म विभूषण’ अरुण जेटली जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। ‘आत्मनिर्भर भारत-सशक्त भारत’ के निर्माण में उनके योगदान अविस्मरणीय और प्रेरणादायक हैं।”
कर्नाटक के पूर्व सीएम और वरिष्ठ भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री, पद्म विभूषण, स्वर्गीय अरुण जेटली को उनकी जयंती पर मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि। मैं उनकी दयालु गर्मजोशी की यादें संजोकर रखता हूं।”
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री, श्रद्धेय अरुण जेटली जी की जयंती पर सादर नमन करता हूं।जनसेवा, विधि क्षेत्र और देश की प्रगति के लिए आपके प्रयास युवाओं को प्रेरित करते रहेंगे।”
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “अरुण जेटली को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। विभिन्न भूमिकाओं में देश की सेवा करते हुए, उन्होंने सरकार के दृष्टिकोण को क्रियान्वित सुधारों में परिवर्तित किया और एक अनुकरणीय वक्ता होने के नाते उन्होंने इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरे देश तक पहुंचाया। उनकी विरासत नीति निर्माताओं की पीढ़ियों का मार्गदर्शन और प्रेरणा देती रहेगी।”
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