इंदौर। भंवरकुआं से तेजाजी नगर के बीच यातायात को सुलभ बनाने के लिए लंबे समय से फोरलेन का काम अलग-अलग कारणों से लंबित चल रहा है। दरअसल यहां भंवरकुआं थाना और आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज दोनों ओर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। तब यूनिवर्सिटी प्रबंधन चाहता है कि उसे बांगड़दा में अतिरिक्त जमीन दी जाए और लेफ्ट टर्न के लिए फोरलेन में जमीन देने का फैसला 24 तारीख को होने वाली कार्य परिषद बैठक में लिया जाएगा।
बांगड़दा में यूनिवर्सिटी के लिए 25 एकड़ जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्तावित है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी प्रबंधन यहां 15 एकड़ जमीन और चाहता है, जबकि मौके पर 50 एकड़ जमीन भी मौजूद है, जिसमें से 25 एकड़ जमीन इंफोसिस को दी जा चुकी है।
अब यूनिवर्सिटी को यहां 25 एकड़ जमीन से ही संतुष्ट करना होगा। हाल ही में मामला इसलिए गरमाया की डेढ़ सप्ताह पहले उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और कुलपति डॉक्टर रेणु जैन के बीच भंवरकुआं से तेजाजी नगर के बीच बनने वाले तकरीबन साढ़े 6 किलोमीटर के फोरलेन मार्ग के लिए आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज की जमीन चाहिए थी। फोरी तौर पर इस पर सहमति तो बनी, लेकिन कुलपति ने अपने इरादे बैठक में भी नाराजगी भरे जाहिर किए थे, वहीं यूनिवर्सिटी में इस बात की चर्चा भी हो रही है कि आने वाली 24 तारीख को जमीन के मामले में चर्चा की जाएगी और आगामी एजेंडा भी तैयार किया जाएगा कि बांगड़दा में मिलने वाली जमीन प्रशासन किस प्रकार मदद करेगा। इसके साथ यूनिवर्सिटी का वर्तमान कक्षाएं और नए शैक्षणिक सत्र से संबंधित भी कई प्रमुख बिंदु पर चर्चा की जाएगी। कार्यपरिषद सदस्य अनंत पवार का कहना है कि शहर हित में विकास के लिए सकारात्मक प्रयास किए जाएंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved