इंदौर (Indore)। शहर में चाय के ठीयों के लिए अलग-अलग ब्रांड की फ्रेंचाइजी (Franchisee) की दुकानें देखी जाती हैं। इनकी फ्रेंचाइजी के लिए लाखों रुपए देना पड़ते हैं। ऐसी ही एक नई ब्रांड की फें्रचाइजी के नाम पर शहर के कई लोगों के साथ ठगी हुई। अभी तक शहर में चाय सुट्टा बार, उपसरपंच चाय, कलेक्टर की चाय, कलेक्टर के दोस्त की चाय जैसे ब्रांड की फं्रेचाइजी लेकर लोग दुकान चला रहे हैं। इस बीच दिल्ली में एमबीए चायवाला के नाम पर चर्चा में आए एक व्यक्ति ने देशभर में लोगों को लुभावने वादे कर फ्रेंचाइजी दी है। इंदौर में एक युवती और सात युवकों ने उसकी फ्रेंचाइजी ली थी।
किसी से आठ तो किसी से दस लाख रुपए लिए गए। इन लोगों का कहना है कि उसने कहा था कि उसकी टीम इंदौर आकर उनका सेटअप जमाकर देगी। उन्हें रोजाना दस हजार की सेल कर देगी, लेकिन उसकी कोई टीम नहीं आई। एक माह में दस हजार की सेल भी नहीं हो रही है। कुछ ने लोन लेकर दुकान खोली थी तो कुछ ने उधार रुपए लेकर। इसके चलते वे पहले लसूडिय़ा थाने पहुंचे और ठगी की शिकायत की, लेकिन केस दर्ज न होने पर कल सभी लोग डीसीपी (झोन टू) सूरज वर्मा से मिले और शिकायत की। उन्होंने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बताते हैं कि इस तरह की शिकायतें कई अन्य शहरों में भी हुई हैं। ठगाए युवकों का कहना है कि उसके खिलाफ कुछ स्थानों पर केस भी दर्ज हुए हैं।
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