इंदौर। खून का थक्का दिमाग में जम जाने के बाद एक महीने से अस्पताल में भर्ती बेटे की जान बचाने के लिए एक गरीब परिवार ने 9 लाख रुपए खर्च कर दिए। उसके बाद मरीज के परिजनोंं को अस्पताल ने और 5 लाख का बिल थमा दिया। इलाज के लिए बेटी की शादी के लिए बचाई जमीन गिरवी तक रखने के बाद अब जनसुनवाई में मदद की गुहार लगाई।
गोगावां मनावर जिला धार निवासी जयदीपसिंह तंवर पिता भरतसिंह तंवर की बहन दीपाली कलेक्टर कार्यालय में अपने भाई की जान बचाने के लिए रो-रोकर गुहार लगाती रही। भाई का इलाज नवलखा स्थित आर.के. हास्पिटल में 12 अगस्त से आज तक चल रहा है, लेकिन अब पिता के पास अस्पताल के खर्चे उठाने की सहनशक्ति नहीं है। एडीएम पवन जैन ने जयदीप को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
पटवारी की शिकायत
बड़ोदिया खान तहसील जिला सांवेर स्थित भूमि के गलत नामांतरण करने और जमीन हड़पने की शिकायत लेकर पहुंची गिरजाबाई ने बताया कि उसके हिस्से की भूमि का गलत तरीके से नामांतरण करवाकर कुछ लोगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है, वहीं रीता गुप्ता ने ग्रामीण कौशल योजना के तहत काम कराने और उसका भुगतान नहीं करने की शिकायत दर्ज करवाई।
ठगाई गरीब महिलाएं भी पहुंचीं जनसुनवाई में
जनसुनवाई में पहुंचे आवेदनों मेें ममता महिला उत्थान फाउंडेशन की महिलाओं ने भी सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी, अचार, पापड़ कोर्स सिखाने के एवज में धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई। महिलाओं ने बताया कि उक्त एनजीओ द्वारा ग्रेड-1, ग्रेड-2 के 21 एवं ग्रेड-3 के 20 ग्रुप बनवाए और सभी महिलाओं से 2-2 हजार की वसूली कर ली। उसके बाद से उक्त एनजीओ के कर्ताधर्ता फरार हैं। महिलाओं ने न्याय की गुहार लगाई है।
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