इंदौर। आज रावजी बाजार क्षेत्र में जिस गुंडे मनोहर वर्मा का प्रशासन और पुलिस घर तोड़ रही है, वहां उसका भाई अरुण रहता है। अरुण और मनोहर दोनों के नाम भाजपा नेता गोपी नेमा के घर हुए हमले के बाद आए थे, जिसके बाद से ही उन पर प्रशासन का यह दूसरा कमरतोड़ वार है। अरुण फिलहाल इसी मामले में जेल में बंद है। उस पर रासुका की कार्रवाई की गई थी। वहीं मनोहर वर्मा फरार है। डीआईजी उस पर इनाम बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं।
मनोहर वर्मा की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमार कार्रवाई कर रही है। उसकी संपत्तियों को ढहाने के साथ यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसकी और कहां-कहां संपत्तियां हैं। इसी बीच विजय नगर के अधिकारी ने इस मामले में वरिष्ठ अफसरों को जानकारी दी है कि मनोहर वर्मा और आशीष दास की भी लिंक जुड़ी हुई है। दरअसल दोनों कभी साथ में काम कर चुके हैं। यही नहीं, आशीष दास की पिनेकल सिटी में मनोहर वर्मा की करोड़ों की संपत्ति की जानकारी पुलिस के पास पहुंच गई है। पुलिस उक्त संपत्ति के मालिकाना हक की रजिस्ट्रियां खंगालने में जुट गई है। जो खबर पहुंची है उसके अनुसार कुछ संपत्तियां दूसरे के नाम से ली गई हैं। आशीष दास की करीब एक करोड़ कीमत की एक कार मनोहर वर्मा ने हथिया ली थी। प्रशासन आशीष दास से भी इस मामले में पूछताछ करने की तैयारी कर रहा है। अभी मनोहर वर्मा पर 10 हजार का इनाम है।
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