नई दिल्ली। वर्ष 2014 में कांग्रेस की हार को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की भूमिका को लेकर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि 2014 और 2019 में कांग्रेस की हार के लिए अगर यूपीए जिम्मेदार है तो इस पर मंथन होना चाहिए।
मनीष तिवारी ने शुक्रवार को एक खबर को ट्वीट करते हुए चार सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा, ‘क्या 2014 में कांग्रेस की हार के लिए यूपीए जिम्मेदार है, यह उचित सवाल है और इसका जवाब मिलना चाहिए? अगर सभी समान रूप से जिम्मेदार हैं, तो यूपीए को अलग क्यों रखा जा रहा है? 2019 की हार पर भी मंथन होना चाहिए। सरकार से बाहर हुए छह साल हो गए लेकिन यूपीए पर कोई सवाल नहीं उठाया गया। यूपीए पर भी सवाल उठने चाहिए।’
मनीष तिवारी का आज का यह ट्वीट बीते दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में उठे सवालों के बाद आया। बैठक में जहां कपिल सिब्बल ने हार पर ‘आत्मनिरीक्षण’ किए जाने की आवश्यकता ओर बल दिया। वहीं पी. चिदंबरम ने कहा कि आम लोगों में कांग्रेस पार्टी की पहुंच काम हो गई है। ऐसे में जरूरी है कि पार्टी कारणों पर गौर करते हुए लोगों के बीच अपनी पहुंच को फिर से बनाये।
इसके अलावा, एक अन्य युवा राज्यसभा सांसद ने कहा कि आत्मनिरीक्षण की शुरुआत घर से होनी चाहिए। सबसे पहले हमें यह मंथन करना होगा कि 2009 में 200 से अधिक थे, तो फिर किस वजह से आज हम 40 पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हमें देखना चाहिए कि कहां चूक हुई और हम क्यों असफल रहे। यूपीए-2 की अवधि से आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है। (एजेंसी, हि.स.)
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