नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि पहले टेंट और टिन छप्पर वाले स्कूल हुआ करते थे और हम ने 700 नई स्कूल बिल्डिंग बनाई है. आज टेंट वाले स्कूल को लोग कहते हैं स्विमिंग पूल वाला स्कूल. 19 हजार नए टीचर भर्ती किए हैं, लेकिन इसके जवाब में बीजेपी फर्जी FIR लिखवा रही हैं.
उन्होंने कहा कि आज अगर अरविंद केजरीवाल देश के प्रधानमंत्री होते और मैं किसी और पार्टी से कहीं और का शिक्षा मंत्री होता, तो अरविंद केजरीवाल ऐसा नहीं करते, वह गले लगाते. उन्होंने कहा कि कोई अच्छा काम करे तो उसे रोक दो, उसकी सरकार गिरा दो, यह बताता है कि सोच कितनी छोटी है. आज भारत में एक बच्चे को औसतन 6 साल की शिक्षा मिलती है. बांग्लादेश में भी इतना ही है. पाकिस्तान में 5 साल है, तो उससे खुश हो सकते हैं. अमेरिका ब्रिटेन में यह 13 साल है.
सिसोदिया ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश का पहला ऐसा भ्रष्टाचार का मामला है, जो जनता फायदे में है, जो बॉटल 750 की मिलती थी, वो नई में भी उतने की ही मिल रही है. पहले जिसकी फीस 10 लाख थी. उसको होल सेल की फीस 5 करोड़ कर दी. रिटेल दुकानों से पहले 6 करोड़ मिलता था और उसे 10 करोड़ कर दिया. पहला भ्रष्टाचार है, जनता पर कोई बोझ नहीं पड़ा, झूठी FIR कर रखी है.
उन्होंने कहा, माना कि CBI हेडक्वार्टर BJP हेडक्वार्टर बन चुका है, लेकिन तय तो कर लो कि कितने का भ्रष्टाचार है. कोई कुछ बता रहा है और कोई कुछ. सीबीआई और ईडी रेड का इतना प्रेशर बन रहा था कि एक आदमी मैसेज लेकर आया कि केजरीवाल का साथ छोड़कर BJP में शामिल हो जाओ. सारे केस खत्म हो जाएंगे. मैंने कहा कि सारे केस फर्जी हैं, देश की अदालतों पर भरोसा है, कोर्ट से छूट जाऊंगा. फिर उन्होंने कहा कि विधायकों से बात करो, तोड़ो आपको मुख्यमंत्री बना देंगे.
उन्होंने कहा कि सीबीआई की टीम ने घर का कोना कोना छाना, लेकिन कुछ नहीं मिला. 14 घंटे तक रेड हुई लेकिन एक पैसे का बईमानी का नहीं मिला. मेरे दफ्तर पर भी रेड हुई मैंने कहा कि यहां हजार रेड कर लो कुछ नहीं मिलेगा. ध्यान तो चुनी हुई सरकार को कैसे गिराया जाए. जनता खुश है और इनके पेट में दर्द हो रहा है. आज हमारे देश में जो प्राइवेट स्कूल में जो मोटी-मोटी फीस है उसे अरविन्द केजरीवाल ही काम कर सकते हैं और सबको तोड़ने से पहले मुझे तोड़ना पड़ेगा. कोई भी अच्छा काम करे उनको असुरक्षा होने लगती है.
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