इंफाल (Imphal) । मणिपुर (Manipur) में हिंसा (violence) की वजह से 54 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के हालात देखकर दूसरे राज्य अपने लोगों को निकालने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। महाराष्ट्र (Maharashtra) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) ने तो स्पेशल फ्लाइट (special flight) का भी इंतजाम किया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड की सरकारें भी राज्य के लोगों को वापस बुलाने के लिए हर प्रबंध कर रही हैं। राजस्थान सरकार इंडिगो से इस बात को लेकर चर्चा कर रही है कि कैसे 125 राजस्थानियों को वापस लाया जाए। इसमें से ज्यादातर स्टूडेंट हैं जो कि पढ़ाई के लिए इंफाल गए थे।
हिंसा प्रभावित राज्य से उसके पड़ोसी राज्य भी अपने लोगों को निकाल रहे हैं। असम, मेघालय और त्रिपुरा ने लोगों को निकालने के लिए बसें चलाईं। बताया गया कि रविवार तक इंफाल में पढ़ने आए दूसरे राज्यों के 240 स्टूडेंट्स को निकाल लिया गया था। अगले कुछ दिनों तक इंफाल से दूसरे राज्यों को जाने वाली फ्लाइट पूरी तरह बुक हो चुकी हैं। वहीं किराया भी आसमान चढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक इन दिनों इंफाल से कोलकाता तक की फ्लाइट का किराया 22 हजार से 30 हजार रुपये है।
मणिपुर में महाराष्ट्र के 22 स्टूडेंट्स की जानकारी है। सरकार का प्लान है कि पहले उन्हें एयरलिफ्ट करके असम लाया जाए और फिर वहां से महाराष्ट्र लाया जाए। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय की तरफ से बताया गया कि इंफाल में 14 स्टूडेंट्स को शिवसेना के कार्यलाय में शिफ्ट कर दिया गया है। मणिपुर में फंसे स्टूडेंट में से लखनऊ के रहने वाले एक स्टूडेंट ने कहा, हमें ठीक से खाना और पानी भी नहीं मिलरहा है। वह इंफाल एनआईटी में बीटेक करने के लिए गए थे। इस कैंपस में यूपी के कम से कम 200 छात्र हैं।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मणिपुर से छात्रों को निकालने के निर्देश दिए हैं। वहीं यूपी के प्रधान सचिव संजय प्रसाद ने कहा है कि मणिपुर में यूपी के छात्रों की लिस्ट तैयार की गई है और जो लोग वहां से निकलना चाहते हैं, उनके लिए पूरा इंतजाम किया जाएगा। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अधिकारियों से अपने राज्य के स्टूडेंट्स को वापस लाने को कहा है। मणिपुर में आंध्र प्रदेश के 150 छात्र हैं जिनके लिए स्पेशल फ्लाइ की व्यवस्था की गई है।
अब तक 2000 को निकाला गया
बीते तीन दिनों में लगभग 2 हजार लोगों को असम शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं कछार जिले के अधिकारियों के मुताबिक 300 लोग मिजोरम चले गए हैं। शिफ्ट होने वालों में बड़ी संख्या में बूढ़े और बच्चे भी हैं। वहीं मणिपुर के एक विधायक ने कहा कि अब हालात ठीक हो रहे हैं। भारतीय सेना और पुलिस स्थिति को संभालने में लगी है। जो लोग अपना घर छोड़कर भागे हैं जल्द ही वे वाप आ जाएंगे।
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