इंफाल (Imphal)। मणिपुर (Manipur Violence) में दो महिलाओं (Women Video) को बगैर कपड़ों के परेड कराने और उनके साथ यौन हिंसा (sexual violence) के मामले को लेकर सड़क से लेकर संसद तक गुस्सा देखा जा रहा है. महिलाओं के यौन उत्पीड़न (sexual harassment of women) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने पर इस मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों (Four Accused) को शुक्रवार (21 जुलाई) को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. वहीं, मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही लागातार दूसरे दिन भी बाधित रही।
आइये जानते हैं घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें-
1. मणिपुर में 3 मई को शुरू हुई झड़पों के बाद अगले दिन 4 मई को महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने वाले मामले में गुरुवार (20 जुलाई) को गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को कोर्ट ने शुक्रवार को 11 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा. वहीं, मामले के संबंध में ऐसी दूसरी घटना में गुस्साए स्थानीय लोगों ने एक अन्य संदिग्ध के घर में आग लगा दी।
2. मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर मानसून सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार दूसरे दिन भी बाधित रही, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि सरकार इस मामले पर चर्चा के लिए तैयार है. वहीं, विपक्षी सांसदों ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बयान दें और उसके बाद बहस हो।
3. मणिपुर पुलिस की ओर से सभी दोषियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर शुरू किए गए अभियान के बीच यौन हिंसा मामले में 21 जून को दर्ज की गई एक एफआईआर की दंग करने वाली डिटेल सामने आई, जिसमें बताया गया कि दो ट्राइबल महिलाओं का अपहरण करने से पहले कैसे करीब एक हजार की संख्या में हथियारबंद भीड़ ने कांगपोकपी जिले के एक गांव में हमला किया था और कथित तौर पर आग लगा दी थी, कैसे भीड़ ने घरों को लूट लिया, हत्याएं कीं और बेरहमी से रेप किए थे।
4. बुधवार (19 जुलाई) को एक 26 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें देखा गया कि दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर और उनके साथ छेड़छाड़ करते हुए हिंसक भीड़ उन्हें एक धान के खेत में ले गई थी. पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा भड़के के अगले दिन 4 मई को इस घटना को अंजाम दिया गया था. वीडियो वायरल होने पर देशभर में आक्रोश फैल गया. विपक्षी दलों ने मणिपुर के मुद्दे पर केंद्र पर हमला तेज कर दिया. इस बीच कांग्रेस ने मांग की कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार को बर्खास्त कर दें।
5. दो महिलाओं में से एक का पति कारगिल युद्ध में लड़ा था. उसने असम रेजिमेंट के सूबेदार के रूप में भारतीय सेना में सेवा की थी. एक हिंदी समाचार चैनल से उसने कहा, ”मैंने कारगिल युद्ध में देश के लिए लड़ाई लड़ी और भारतीय शांति सेना के हिस्से के रूप में श्रीलंका में भी था. मैंने देश की रक्षा की लेकिन मैं निराश हूं कि अपने रिटायरमेंट के बाद मैं अपने घर, अपनी पत्नी और साथी ग्रामीणों की रक्षा नहीं कर सका… मैं दुखी और खिन्न हूं।”
6. पुलिस के मुताबिक, चारों आरोपियों को थौबल जिले की एक अदालत ने 31 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा है. पुलिस के मुताबिक, फरार चल रहे एक अन्य संदिग्ध के घर में शुक्रवार दोपहर गुस्साए स्थानीय लोगों ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी. संदिग्ध का घर थौबल जिले के वांगजिंग में था. मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटों बाद गुरुवार (20 जुलाई) को उसके घर में गुस्साए स्थानीय लोगों ने आग लगा दी थी. पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी को वीडियो में कांगपोकपी जिले के बी. फीनोम गांव में भीड़ को निर्देशित करते हुए प्रमुख रूप से देखा गया था।
7. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य के लोग महिलाओं को अपनी मां मानते हैं लेकिन दो ट्राइबल महिलाओं को निर्वस्त्र करने वाले बदमाशों ने राज्य की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है. एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि वह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, जिसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए।
8. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मांग की कि पीएम मोदी मणिपुर के हालात पर संसद में एक विस्तृत बयान दें. इसी के साथ उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि अगर पीएम इस मामले पर नाराज थे तो कांग्रेस शासित राज्यों के साथ झूठी समानता दिखाने के बजाय वह राज्य के मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर सकते थे. कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया कि देश को अगर कोई उम्मीद है तो वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया से कहा, ”हम आपसे (राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू) अपनी विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करने और मणिपुर में सरकार को बर्खास्त करने का आग्रह करना चाहते हैं।”
9. राजनीतिक खींचतान के बीच शुक्रवार (21 जुलाई) को बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान और उसके बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध के कई मामलों का जिक्र करते हुए रो पड़ीं. घटनाओं में कथित तौर पर महिलाओं निर्वस्त्र करने की वारदातें भी शामिल हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए दिल्ली में मीडिया से कहा कि मणिपुर की स्थिति पश्चिम बंगाल में भी बनी हुई है।
10. मणिपुर के वायरल वीडियो मामले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की ‘बेटी बचाओ’ योजना अब ‘बेटी जलाओ’ में बदल गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है।
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