नई दिल्ली । मणिपुर में हिंसा (Violence in Manipur)अभी थमी नहीं है। आए दिन गोलीबारी (Shootout)और बम धमाके (Bomb blasts)की घटनाएं होती हैं। रविवार को कांगपोकपी जिले (Kangpokpi district)में एक बम धमाके (Bomb blasts)में एक पूर्व विधायक की पत्नी की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि सैकुल के पूर्व विधायक यमथोंग हाओकिप के घर के पास स्थित एक मकान में शनिवार शाम को बम धमाका हुआ।
अधिकारियों के मुताबिक, धमाके में हाओकिप की दूसरी पत्नी सपम चारुबाला घायल हो गईं। उन्होंने बताया कि चारुबाला को सैकुल के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, धमाके के समय हाओकिप भी घर में मौजूद थे, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आई। उन्होंने बताया कि पुलिस धमाके की जांच कर रही है।
चारुबाला मैतेई समुदाय से थीं और कुकी बहुल इलाके में रहती थीं। वहीं हाओकिप सैकुल सीट से 2012 और 2017 में विधायक रहे हैं। दोनों बार वह कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। हालांकि 2022 विधानसभा चुनाव से पहले वह बीजेपी में आ गए थे। पुलिस का कहना है कि उनके घर में आईईडी प्लांट किया गया था। चारुबाला जब कूड़ा जला रही थीं तभी धमाका हो गया। इस मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हई है। पुलिस का कहना है कि इसके पीछे पारिवारिक विवाद वजह हो सकती है।
उग्रवादियों से मुठभेड़, चार की मौत
तेंगनौपाल जिले में उग्रवादियों और एक ही समुदाय के ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी में चार हथियारबंद लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को मोलनोम इलाके में मुठभेड़ में यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के एक उग्रवादी और एक ही समुदाय के तीन ग्रामीण स्वयंसेवकों की मौत हो गई।
इसके जवाब में ग्रामीण स्वयंसेवकों ने यूकेएलएफ के स्वयंभू प्रमुख एस एस हाओकिप के आवास को फूंक दिया। अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी के पीछे पलेल इलाके में उगाही पर नियंत्रण की वजह हो सकती है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने खोजबीन अभियान चलाया लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।
मणिपुर में पिछले साल मई से इंफाल घाटी में रहने वाले मेइती और पड़ोसी पर्वतीय इलाकों में रहने वाले कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गयी और हजारों लोग बेघर हो गए।
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