इंफाल। मणिपुर में राजनीतिक हलचल अभी समाप्त नहीं हुई है। पिछले दिनों जहां सत्ताधारी पार्टी के लिए कठिन समय दिखाई दे रहा था, तो वर्तमान में कांग्रेस पार्टी संकटों में घिर गई है।
कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पांच विधायकों ने बुधवार को भाजपा की औपचारिक रूप से सदस्यता ग्रहण किया। ज्ञात हो कि पांचों विधायक हाल ही में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में मणिपुर कांग्रेस विरोधी दल नेता ओकरम इबोबी सिंह के भतीजे ओकरम हेनरी सिंह भी शामिल हैं।
बुधवार दिल्ली में पांच कांग्रेसी विधायकों ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, उपाध्यक्ष बैजंयती पांडा की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के साथ कांग्रेस के पांच पूर्व विधायक दिल्ली पहुंचे थे। पांचों विधायकों ने गत 10 अगस्त को विधानसभा से पदत्याग किया था।
उल्लेखनीय है कि वे सभी बीते सप्ताह कांग्रेस के ह्वीप का उल्लंघन करते विधानसभा के एक दिवसीय अधिवेशन में हिस्सा नहीं लिया था। जिसके कारण भाजपानीत एन बीरेन सिंह सरकार आसानी से विश्वास मत जीत गई थी। दिल्ली पहुंचकर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में शामिल होने वाले पांचों विधायकों ने कांग्रेस से पदत्याग करने के बाद भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई थी। इसलिए मैं उनको लेकर दिल्ली में पहुंचा हूं। इस घटना से मणिपुर का राजनीतिक माहौल पूरी तरह बदल गया है।
ज्ञात हो कि कांग्रेस ने भाजपा के समर्थक विधायकों में सेंध लगाते हुए एन बीरेन सिंह की सरकार को गिराने के लिए अविश्वास प्रास्ताव पेश किया था। भारी उठापठक के बीच भाजपा ने अपने नाराज विधायकों को मना लिया। वहीं अविश्वास मत के दौरान कांग्रेस के ही छह विधायक ह्वीप का उल्लंघन करते हुए विधानसभा में नहीं पहुंचे, जिसके चलते भाजपा विश्वास मत जीत गई। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved