नई दिल्ली । रिंकू शर्मा (Rinku Sharma) की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पीड़ित परिवार पुलिस की दलील से सहमत नहीं है। रिंकू शर्मा के परिजनों ने शुक्रवार शाम कैंडल मार्च (Candel March) निकालकर न्याय की मांग की है।
रिंकू की हत्या को बीते 24 घंटे से ज्यादा वक्त हो गए हैं, लेकिन पुलिस अब तक परिवार के लोगों को किसी भी तरह का भरोसा नहीं दिला पाई है। परिवार और पुलिस एक दूसरे की दलील को खारिज कर रहे हैं। वहीं ट्विटर पर जस्टिस फॉर रिंकू शर्मा का हैशटैग (#JusticeForRinkuSharma) सुबह से ट्रेंड कर रहा है। इस हैशटैग पर लोग रिंकू शर्मा को न्याय दिलाने के लिए अपनी बात रख रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं।
इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस के साथ बीएसएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लोगों से कहा गया है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं दें, बल्कि अफवाह फैलाने वाले के बारे में तुरंत पुलिस को खबर दें। पुलिस ने इलाके में शुक्रवार को ड्रोन की मदद से निगरानी रखी।
रेस्टोरेंट मालिक के बयान के बाद आया नया मोड़
घटना में शुक्रवार को एक नया मोड़ रेस्टोरेंट (Restaurant) के मालिक के बयान के बाद आया। उसने बताया कि वहां पर कोई केक नहीं कटा और न ही कोई झगड़ा हुआ था। वहां पर रिंकू ने खाना खाया था। उसके बाद सभी वहां से चले गए थे।
अब पुलिस रेस्टोरेंट मालिक से भी पूछताछ कर रही है। वहां लगे आधा दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों (CCTV Camera) की फुटेज को जब्त कर लिया गया है और हत्या की वजह तक पहुंचने के लिए पकड़े गए पांचों आरोपितों से दोबारा पूछताछ कर रही है।
अस्पताल में भी चाकू दोबारा घोपा गया!
रिंकू के परिवार वालों ने बताया कि आरोपियों ने पूरी कोशिश की थी कि मारपीट के दौरान घर में रखे सिलेंडर में विस्फोट कर परिवार को ही खत्म कर दें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आरोपियों ने रिंकू को लाठी डंडों से दौड़ा दौड़ाकर मारा। जब वह मूर्छित (Faint) हो गया तो उसके शरीर पर ताबड़तोड़ चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी। जब परिवार वाले घर से बाहर निकले तो खून से लथपथ शव स्थिति में रिंकू का शरीर गली में पड़ा मिला।
परिवार के लोगों का यहां तक आरोप है कि जब रिंकू को पड़ोसी की स्कूटी से अस्पताल पहुंचाया गया तो वहां भी जब डॉक्टर रिंकू की पीठ पर गोदा गया चाकू निकाल रहे थे तो आरोपियों में से एक ने डॉक्टरों से हाथापाई की और दोबारा चाकू उसके शरीर में अंदर तक गोद दिया।
इस मामले में पुलिस मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों (CCTV Camera) की फुटेज खंगालकर सच्चाई पता करने की कोशिश कर रही है। इस बारे में पुलिस डॉक्टरों और वहां पर मौजूद सुरक्षा गार्डों का भी बयान दर्ज करने की कोशिश कर रही है।
दोनों पक्षों की अलग-अलग रेस्तरां में हिस्सेदारी थी- पुलिस
बाहरी दिल्ली के एडिशनल डीसीपी सुधांशू धामा ने बताया कि मृतक रिंकू शर्मा के मित्र का रेस्तरां लॉकडाउन की वजह से बंद हो गया था। इसी मामले में झगड़ा शुरू हुआ था। झगड़ा बढ़ते-बढ़ते चिंगू उर्फ जाहिद वहां से चले गए। इसके बाद वह अपने मामा और तीन चार रिश्तेदारों को लेकर रिंकू के घर पहुंचे थे। जाहिद के मामा दानिश उर्फ लाली का घर मृतक के घर की गली में ही था। यहीं पर इनके बीच झगड़ा शुरू हुआ, जिस दौरान रिंकू को चाकू मार दिया गया।
इसके बाद रिंकू को अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद इलाज के दौरान रिंकू की मृत्यु हो गई। धामा ने बताया, इस मामले में शामिल लोगों को तभी गिरफ़्तार कर लिया गया था, इन चारों का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। अभी तक इस मामले में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल सामने नहीं आया है। ये पूरी तरह एक व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता का मामला है। ये लोग एक दूसरे के पड़ोस में रहते थे और एक दूसरे को जानते थे, ऐसे में कुछ कोई बात नहीं है कि सांप्रदायिक वैमनस्य का मामला हो।
उन्होंने बताया कि बीते परसों रात कुछ लडक़े बर्थ-डे पार्टी के लिए मंगोलपुरी के इलाके में इकट्ठा हुए थे। इसी पार्टी के दौरान इन लोगों के बीच एक रेस्तरां को लेकर झगड़ा हुआ है। दोनों पक्षों की अलग-अलग रेस्तरां में हिस्सेदारी थी। मृतक की कोई हिस्सेदारी नहीं थी लेकिन इनके मित्र हैं सचिन और आकाश जिनका रेस्तरां था। इसके साथ ही चिंगू उर्फ जाहिद ने रोहिणी में एक रेस्तरां खोला था।
परिवार को पुलिस और पुलिस को परिवार की थ्योरी पर यकीन नहीं
रिंकू हत्याकांड के बाद पुलिस और परिवार एक दूसरे की बात पर यकीन नहीं कर रहे हैं। दोनों को एक दूसरे की थ्यौरी पर यकीन नहीं हो रहा है। बाहरी जिला के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त का कहना है कि जयश्री राम के नारे पर विवाद की बात गलत है, रेस्टोरेंट वाली बात सही है।
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि अभी जो तथ्य सामने आए हैं, उनको लेकर जांच की जा रही है। वह परिवार के भी संपर्क में हैं। मामले की कई एंगल से जांच चल रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे को जानते थे और रेस्टोरेंट बंद करवाने को लेकर यह झगड़ा शुरू हुआ था। पुलिस ने इस घटना के पीछे के बाकी सभी एंगल को तथ्यात्मक रूप से गलत बताया है।
लेकिन रिंकू शर्मा के परिवार का कहना है कि जैसा पुलिस कह रही है, वह सही नहीं है। पुलिस मामले को हल्का बनाने की कोशिश कर रही है, जिससे वह काफी आहत महसूस कर रहे हैं। शोभा यात्रा पर जय श्रीराम के नारे लगाना और फिर राम मन्दिर के लिए चंदा लेने को लेकर आरोपी गुस्से में थे। वह हमारे सामने प्रधानमंत्री को भी उल्टा सीधा बोलाकर हमको उकसाते थे। ऐसा कई बार हुआ, लेकिन हर बार उन्होंने संयम से काम लिया था। एक दो बार जब कहासूनी भी हुई तो उन्होंने पुलिस तक मामले को जाने नहीं दिया,बल्कि वहीं पर मामले को शांत कर दिया था।
आरोपियों और उनके जानकारों के घर तोड़फोड़
शुक्रवार को रिंकू के जानकारों ने आरोपितयों और उनके जानकारों के घरों पर तोडफ़ोड़ की। उनको धमकियां भी दी, जिससे वहां भगदड़ का माहौल बन गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत किया। लोगों ने बताया कि रिंकू की हत्या के बाद इलाके में काफी दहशत का माहौल है। जिस तरह से रिंकू के घर पर लोगों का आना जाना लग है, उससे आरोपियों और उनके जानकारों में काफी दहशत है। वे लोग अपने-अपने घरों में ताले लगाकर परिचितों के यहां चले गए हैं।
राम जैसा बेटा था रिंकू
रिंकू की मां राधा ने कहा कि मेरे राम जैसे बेटे को मार दिया। वे लोग हम पांचों को मारने आए थे। मेरे बेटे ने आखिरी समय में भी जय श्रीराम का नारा लगाया। मेरे सामने मेरे बेटे को मार दिया। हत्यारे जय श्रीराम के नारे से चिढ़ते थे। मेरा बेटा राम और हनुमान का भक्त था। मां की आंखों के सामने हत्यारे बेटे को चाकू घोंपते रहे। पूरी गली खून से भर गई थी। इस तरह की हिंसक प्रवृत्ति वाले अपराधियों को समाज में खुला छोडऩा समाज के लिए हानिकारक है। इस तरह के लोगों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए।
दो बार दिया था खून
रिंकू ने आरोपी मोहम्मद इस्लाम के भाई का कोविड होने पर इलाज कराया था। यही नहीं, जिस आरोपी इस्लाम ने रिंकू शर्मा की हत्या की, उसकी पत्नी की भी रिंकू ने तीन साल पहले रोहिणी स्थित एक अस्पताल में इलाज कराकर नई जिंदगी दी थी।
दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई
रिंकू की हत्या के बाद उसका परिवार काफी दहशत में है। परिवार वालों ने एक पत्र दिल्ली पुलिस आयुक्त को देकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। इस पत्र में रिंकू के भाई ने आरोपियों का नाम लेकर कहा कि इन लोगों द्वारा मेरे परिवार पर लाठी-डंडों और चाकू से हमला किया गया था।
रिंकू के घर पर लगा रहा नेताओं का तांता
रिंकू की हत्या के बाद से ही परिवार को सांत्वना देने के लिए नेताओं का तांता लगा रहा, जिसमें बजरंग दल, विश्व हिन्दु परिषद, भाजपा नेताओं और आप के नेता रहे। सांसद हंसराज हंस भी पीड़ित परिवार से मिलने आए। उन्होंने कहा कि रिंकू की हत्या ने पूरी दिल्ली को हिलाकर रख दिया है। भगवान रिंकू की आत्मा को शांति प्रदान करे।
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, नंद किशोर गुर्जर, सुरेन्द्र जैन आदि लोगों ने मौके पर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी। आप पार्टी से विधायक राखी बिरला ने भी परिवार से मिलकर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कही है।
रिंकू की जगह रेहान होता तो बड़ी खबर थी-कपिल मिश्रा
दिल्ली से भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वे कह रहे हैं कि अगर रिंकू का नाम रेहान होता तो उसकी हत्या देश की सबसे बड़ी खबर होती। हर नेता उसके दरवाजे पर होता।
विश्व हिंदू परिषद का ट्वीट
वहीं विश्व हिंदू परिषद ने रिंकू शर्मा की हत्या को लेकर एक बयान जारी करते हुए कहा, युवा राम भक्त रिंकू शर्मा की मॉब लिंचिंग कर दिल्ली में नृशंस हत्या करने वाले सभी जिहादियों को अबिलम्ब फांसी पर लटकाओ।
ऐसी घटनाओं से मन दुखी होता है- योगेश्वर दत्त
भाजपा नेता और रेसलर योगेश्वर दत्त ने कहा है कि यह बहुत दुखद है। ये हमारे देश की एकता की बात है और अगर ऐसी घटना होती है तो मन दुखी होता है। इस मामले में सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। इस तरह की घटना और ऐसे असामाजिक तत्व के लोग हमारे देश के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और हत्या की सही वजह सामने आनी चाहिए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved