भोपाल। मकर संक्रांति पर सूर्य के धनु से मकर राशि में आने पर खरमास खत्म हो गया। जिससे मांगलिक कामों की शुरुआत हो गई है। साल का पहला विवाह मुहूर्त 18 जनवरी को होगा। इसके अगले ही दिन बृहस्पति यानि गुरु तारा अस्त हो जाएगा जो 16 फरवरी को शुक्र भी अस्त हो जाएगा। 17 अप्रैल तक अस्त रहेगा। इन दोनों के अस्त होने से कोई विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा। 16 फरवरी को बसंत पंचमी पर अबूझ मुुहूर्त- 16 फरवरी को बसंत पंचमी पर अबूझ मूहूर्त होने से इस दिन भी विवाह होंगे। हालांकि इस बार 16 फरवरी यानि बसंत पंचमी को भी विवाह शायद ही हो पाए। क्योंकि इस दिन सूर्योदय के साथ ही शुक्रतारा अस्त हो जाएगा। इस कारण पंचांगो में इसे विवाह मुहूर्त में नहीं गिना गया है। हालांकि लोक परंपरा के चलते उत्तरखंड सहित देश के कई हिस्सो में बसंत पंचमी पर विवाह होते है।
2021 में 51 शादी के मुहूर्त
2021 में विवाह के लिए सिर्फ 51 दिन ही रहेंगे। 18 जनवरी को पहला मुहूर्त रहेगा। इसके बाद ब्रहस्पतति और शुक्र ग्रह के कारण इस साल के शुरुआती महीनों में विवाह नहीं हो पाएंगे। मकर संक्राति के बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु तारा अस्त रहेगा। शुक्र तारा 17 अप्रैल तक अस्त रहेगा। इसलिए दूसरा मुहूर्त 22 अप्रैल को है। इसके बाद देव शयन से पहले यानि 15 जुलाई तक 37 दिन विवाह के मुहूर्त हैं। वहीं 15 नवंबर को देवउठानी एकादश से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए 13 दिन होंगे।
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