भोपाल। पुलिस मुख्यालय एक ओर जहां पुलिस की छवि सुधारने को लेकर नए-नए फरमान जारी कर रहा है, लेकिन जमीनी स्तर पर पुलिस सरकार की खास को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मंडला जिले की बिछिया थाना पुलिस ने सड़क हादसे में मारे गए युवक का शव निकालने के लिए परिजनों से जेसीबी खर्च के नाम पर 40 हजार रुपए लिए। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने पोस्टमॉर्टम, एक्सीडेंट के दौरान गाड़ी में फंसे शव को निकालने के लिए जेसीबी के इस्तेमाल का खर्च बताते हुए उनसे यह पैसे लिए गए। इसकी सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई तो मामला उजागर हुआ। घटना पुरानी बताई जा रही है। शाजापुर जिले के देवनारायण विश्वकर्मा का हनुमान नाला के पास नेशनल हाईवे 30 पर सुबह- सुबह दो वाहनों के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई थी। इस दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची बिछिया पुलिस ने वाहनों को किनारे करवाया और शवों को अस्पताल पहुचांया था। आरोप है कि पुलिस ने इसका पूरा खर्च मृतक के परिजनों से वसूला गया था। यही नहीं अब चार महीने बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा पैसों के लिए मृतक के परिजनों को परेशान किया जा रहा है। इससे परेशान और तंग होकर मृतक के परिजन बाबूलाल विश्वकर्मा ने 24 नवंबर को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों और अधिकारियों का व्यवहार ठीक नहीं है। उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस द्वारा मारपीट करने और अनावश्यक रूप से परेशान किए जाने की बात कही। पीडि़त के परिजन ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
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