एक इंटरव्यू में मंदिरा ने कहा कि उनकी मौत के बाद का पहला साल सबसे कठिन था, लेकिन उसके बाद के सालों में चीजें थोड़ी बेहतर हुईं- ‘मैं अब पहले से बेहतर स्थिति में हूं। मैं और मेरे बच्चे हर दिन उसके बारे में बात करते हैं। हम उसे नहीं भूले हैं। पहला साल बहुत अधिक कठिन था। पहली बात तो यह कि इस स्थिति से निपटना नामुमकिन है। पहला जन्मदिन, पहली सालगिरह, पहली दिवाली, पहला क्रिसमस, पहला नया साल उनके बिना बहुत मुश्किल था। दूसरा साल थोड़ा आसान है और तीसरा साल थोड़ा आसान है।’मंदिरा ने कहा, ‘ऐसे क्षण होते हैं जब कोई गीत उसकी याद दिलाता है। जरूरत पड़ने पर मैंने थेरेपी ली है, अब भी कभी-कभार लेती हूं। क्योंकि मनुष्य के रूप में हम हमेशा उस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। अब मैं उसके बारे में बात कर सकती हूं। मैं भावुक थी, एक समय था जब मैं बोल नहीं पाती थी। अब मैं बिना रोए बात कर सकती हूं। उनके निधन के दो महीने बाद मैंने अपने परिवार और खुद का समर्थन करने के लिए फिर से काम करना शुरू कर दिया। मुझे अपने बच्चों के लिए काम करना पड़ा।’ मंदिर ने कहा।
मंदिर के पति और निर्देशक राज कौशल का 30 जून, 2021 को 50 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने कई विज्ञापनों के अलावा ‘प्यार में कभी-कभी’ और ‘शादी के लड्डू’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया।