गुजरात: राजकोट अग्निकांड का मामला गुजरात हाई कोर्ट पहुंच गया है. रविवार को हाई कोर्ट की विशेष पीठ के समक्ष सुनवाई हुई. इस दौरान अदालत ने कहा कि यह मानव निर्मित आपदा है. अहमदाबाद में सिंधु भवन रोड, सरदार पटेल रिंग रोड और एसजी हाईवे पर गेमिंग जोन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा है. अदालत ने कहा कि गेमिंग जोन के निर्माण और संचालन के लिए नियमित और उचित नियमों का पालन नहीं किया गया. हाईकोर्ट ने मासूम बच्चों की जान जाने का न्यायिक संज्ञान लिया.
कोर्ट ने पूरे मामले पर स्वत: संज्ञान लिया और स्वत: संज्ञान याचिका दायर की. हाईकोर्ट ने अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट समेत निगम से स्पष्टीकरण मांगा. निगम को यह बताना होगा कि कानून के किस प्रावधान के तहत इस गेमिंग जोन को संचालित करने की अनुमति दी गयी है. हाईकोर्ट का एक दिन में खुलासा करने का निर्देश दिया है. अदालत ने अग्नि सुरक्षा नियमों के अनुपालन के संबंध में भी स्पष्टीकरण मांगा है. आगे की सुनवाई कल यानी सोमवार को होगी.
राजकोट अग्निकांड में 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई है. मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. एसआईटी की टीम को 72 घंटे के अंदर सरकार को प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है. गेम जोन में आग कैसे और क्यों लगी, इसकी जांच की जा रही है. पुलिस ने इस मामले में गेमिंग जोन के मैनेजर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया है.
मृतकों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा. वहीं, आज गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी के साथ घटनास्थल का जायजा लिया. राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देगी. वहीं, इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है. उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हादसे की की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
शनिवार को 4:30 बजे गेमजोन में आग लगने की सूचना मिली थी. आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ी और एम्बुलेंस तत्काल मौके पर भेजी गई. बच्चे गेम में मशगूल थे, तभी अचानक धमाका हुआ. बताया जाता है कि एसी ब्लास्ट होने की वजह से आग लगी हुई होगी. शॉर्ट सर्किट की वजह से एसी ब्लास्ट हुआ होगा. गेमिंग जोन में 3500 लीटर डीजल था. धमाके के बाद आग की लपटें चारों तरफ फैल गईं. करीब एक किलोमीटर तक काले धुएं का गुबार फैल गया. इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.
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