कोलकाता। उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा में छात्रा के साथ कथित रूप से दुष्कर्म कर हत्या करने के मामले में प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पाल आरोप लगाया कि सरकार प्रजातांत्रिक तरीके से विरोध करने का भी अधिकार विरोधी दलों से छीन ली है। उन लोगों को पुलिस ने जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी। इस कारणउन लोगों ने न्याय की मांग पर विरोध प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि चोपड़ा की 16 वर्षीय छात्रा ने इस वर्ष माध्यमिक परीक्षा दी थी। वह राजवंशी संप्रदाय की थी। उक्त छात्रा के साथ तृणमूल समर्थित बदमाशों ने दुष्कर्म किया गया और जहर खिलाकर हत्या कर दी। लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि पीड़ित मृतका के साथ दुष्कर्म की कोई घटना नहीं हुई और ना ही उसके शरीर में किसी आघात का चिंह ही पाया गया है।
अग्निमित्रा पाल ने कहा कि इस सरकार पर उन लोग का कोई विश्वास नहीं है और ना ही जनता अब सरकार पर विश्वास कर रही है। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत है, क्योंकि रिपोर्ट आने के पहले ही पुलिस पूरे मामले पर लीपापोती करने की कोशिश में जुट गयी थी। उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री एक महिला हैं, लेकिन महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को लेकर चुप हैं। दोषियों को सजा नहीं मिलती है, जबकि दिल्ली में दुष्कर्म की घटना घटी थी तो दोषियों को फांसी की सजा दी गयी। उन्होंने कहा कि चोपड़ा की छात्रा का भाई भाजपा का बूथ अध्यक्ष है। भाजपा से जुड़े रहने के कारण छात्रा की हत्या की गयी। उन्होंने मांग की कि पाक्सो कानून के तहत दोषी को फांसी की सजा दी जाये। (एजेन्सी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved