नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ सुर चढ़ाते हुए कहा कि राज्य का बकाया राशि देनी होगी. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को मनरेगा की बकाया राशि देनी होगी, अन्यथा गद्दी छोड़नी होगी. ममता बनर्जी ने झारग्राम में आदिवासियों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह राज्य के लोगों को वंचित करना है. राज्य से पैसे ले जाएंगे. राज्य से जीएसटी ले जाएंगे, लेकिन राज्य को नहीं देंगे. यह बर्दास्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ लड़ाई होगी.
उन्होंने कहा कि अपने वित्तीय बकाया के भुगतान के लिए क्या हमे केंद्र के सामने भीख मांगनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि या तो बकाया राशि देनी होगी या फिर गद्दी छोड़नी होगी. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों ने मिलकर जीएसटी को मंजूरी दी थी, केंद्र सरकार राज्य से जीएसटी ले जा रही है, लेकिन विभिन्न योजनाओं के पैसे नहीं दे रही है. मनरेगा के बकाये पैसे नहीं दे रही है. इस अवसर पर ममता बनर्जी ने आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य किया और बिरसा मुंडा की राज्य के विभिन्न इलाकों में पांच मूर्ति का विमोचन किया.
बकाया नहीं देने पर राज्य में रोक सकते हैं जीएसटी की वसूली- सीएम
उन्होंने कहा कि कुछ विरोधी दल, जो बंगाल का विकास नहीं चाहता है, वे दिल्ली को पत्र लिखता है कि बंगाल को पैसा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि यह आम लोगों का पैसा है. यह बीजेपी का पैसा नहीं है. लोगों के खिलाफ वंचना चल रही है. इसके खिलाफ आंदोलन होगा. उन्होंने कहा कि 100 दिन का काम देना होगा. इसके खिलाफ आंदोलन होगा. केंद्र सरकार को जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यदि बकाया का भुगतान नहीं करता है, तो हम जीएसटी की वसूली रोक सकते हैं.
बकाया पैसा लेना हमारा अधिकार, नहीं देने पर होगा आंदोलन
ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों की सौ दिन की पैसों की समस्या केंद्र नहीं दे रहा है. राज्य का वह पैसा संवैधानिक अधिकार है. क्या करें? क्या गरीब लोग सहेंगे? केंद्र बांग्ला आवास और ग्रामीण सड़कों के लिए पैसा नहीं दे रहा है. सुभाष चंद्र बोस ने कहा कि अधिकार छीनकर लेना होगा. यदि आप भुगतान करना बंद कर देते हैं, तो हम भी जीएसटी रोक सकते हैं.
उन्होंने कहा, “आदिवासियों की जमीन कोई नहीं छीन सकता है. हम आदिवासी लड़कों और लड़कियों के लिए शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. साइकिल दे रहे हैं. जन्म से लेकर मृत्यु तक सब कुछ मिलेगा. क्या नहीं है? उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रचार के लिए बच्चों को स्मार्टफोन दिये गये हैं. ” उन्होंने कहा कि कई इलाकों में बारिश नहीं हुई है. उन्होंने प्रशासन को इसका आकलन करने के लिए कहा है. प्रशासन के आकलन के बाद इस बारे में व्यवस्था ली जाएगी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved