नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने बुधवार को संकेत दिया कि वह अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के विस्तार कार्यक्रम को जारी रखेंगी। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और महाराष्ट्र का दौरा भी करेंगी। हालांकि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी (Congress Chief Sonia Gandhi) से मिलने की योजना पर ममता बनर्जी ने जो जवाब दिया, उससे दोनों नेताओं और पार्टियों के बीच के संबंधों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी से जब सोनिया गांधी संग मुलाकात को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ऐसी कोई योजना नहीं है, वो लोग पंजाब चुनावों में व्यस्त हैं। इसके बाद उन्होंने कहा, “हमें हर बार सोनिया से क्यों मिलना चाहिए? यह संवैधानिक रूप से अनिवार्य नहीं है।” ममता बनर्जी और सोनिया गांधी के संबंध काफी अच्छे माने जाते रहे हैं, हालांकि पश्चिम बंगाल में दोनों पार्टियों के संबंध लगातार बिगड़े हैं. बता दें कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद और कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) का दामन थाम लिया था।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले वैश्विक उद्योग सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें यह भी कहा कि हमें 96,655 करोड़ रुपये केंद्र से मिलने हैं जो लंबित है। राज्य कैसे अपना काम करेंगे जब केंद्र उन्हें बकाया धनराशि नहीं देगा…हमारी विचारधाराएं अलग हो सकती हैं लेकिन इसकी वजह से केंद्र-राज्य संबंध प्रभावित नहीं होने चाहिए. राज्यों का विकास होगा तो केंद्र का भी विकास होगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में हिंसा का मुद्दा भी उठाया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर हमले किए गए हैं।
अखिलेश यादव की मदद को तैयार ममता
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की मदद करने को तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भाजपा को पराजित करने में मदद कर सकती है तो हम जाएंगे…यदि अखिलेश यादव हमारी मदद चाहते हैं तो हम मदद करेंगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी ने गोवा में शुरुआत की है और कुछ राज्यों में क्षेत्रीय दलों को भी कड़ा संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने गोवा और हरियाणा में शुरुआत की है…लेकिन मेरा मानना है कि कुछ स्थानों पर क्षेत्रीय दलों को लड़ना चाहिए. यदि वे चाहेंगे कि हम उनके लिए प्रचार करें तो हम करेंगे।’’
कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के अगले दिन ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी इस दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की कोई योजना नहीं है।
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