नई दिल्ली (New Delhi) । पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन (Congress and India alliance) को झटका देते हुए आज होने वाली वर्चुअल बैठक (virtual meeting) में शामिल होने से इनकार कर दिया है। टीएमसी के एक नेता ने कहा कि सीएम को शनिवार को होने वाली बैठक की जानकारी कुछ ही समय पहले दी गई। उनका एक कार्यक्रम पहले से निर्धारित है। एक अन्य टीएमसी नेता ने कहा, “लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम भविष्य में इंडिया गठबंधन की बैठकों में शामिल नहीं होंगे।” उन्होंने कहा, “हम धैर्यवान और दयालु बने रहेंगे।”
ममता बनर्जी पहले ही पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे के साथ सीटों के बंटवारे की संभावना को खारिज कर चुकी हैं। हालांकि, वह अपनी शर्तों पर कांग्रेस के साथ समझौते के लिए तैयार हैं।
आपको बता दें कि इंडिया गठबंधन की शनिवार सुबह एक वर्चुअल बैठक होने वाली है। इसमें भाजपा के खिलाफ तैयार गुट को मजबूत करने के साथ-साथ सीट शेयरिंग पर चर्चा होने वाली है। इस बैठक में एक संयोजक बनाने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इस बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित सभी दलों के नेताओं के संपर्क में हैं।
सूत्रों ने कहा कि जेडीयू इंडिया गठबंधन के संयोजक के रूप में नीतीश कुमार के नाम की घोषणा और अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे की नियुक्ति के लिए समर्थन जुटाने के लिए सहयोगी दलों से संपर्क साध रहा है। हालांकि, इसके लिए कांग्रेस बहुत उत्सुक नहीं है।
टीएमसी के नेताओं ने कहा कि ममता बनर्जी बैठक में शामिल नहीं होंगी क्योंकि उनकी अन्य व्यस्तताएं हैं। ममता ने पहले खरगे को इंडिया गठबंधन के प्रमुख के रूप में नियुक्त करने की मांग की थी। इसका समर्थन दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी की थी। नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने के लिए ममता बनर्जी की सहमति की आवश्यकता हो सकती है।
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब कांग्रेस और अन्य सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत तेज हो गई है। कांग्रेस पश्चिम बंगाल में छह सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक है। हालांकि, ममता की पार्टी 2-3 सीट देने के लिए तैयार है। टीएमसी खुद 39 सीटों पर लड़ना चाहती है। सूत्रों ने कहा कि टीएमसी कांग्रेस के अनुरोध पर विचार कर सकती है, लेकिन इसके लिए उसे मेघालय और असम में सीटें छोड़नी पड़ेगी।
कांग्रेस ने शुक्रवार को AAP के साथ सीट-बंटवारे की दूसरे दौर की बातचीत भी की। आप की गोवा और गुजरात में एक-एक सीट और हरियाणा में तीन सीटों को समायोजित करने की मांग के कारण यह बैठक बेनतीजा समाप्त हो गई। सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में कांग्रेस और उसके राज्य सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे की बातचीत अंतिम चरण में है। वहीं, यूपी के लिए सपा के साथ भी बातचीत चल रही है।
कांग्रेस के लिए बिहार में सीट शेयरिंग की बात मुश्किल साबित हो सकती है। जदयू 40 में से 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक दिखाई दे रही है। बाकी 24 पर कांग्रेस को राजद के साथ बातचीत करने के लिए छोड़ दिया गया है।
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