नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार के बीच तकरार (Bengal Governor Vs Mamata) तेज हो गई है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राज्यपाल (Governor) का ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करा दिया है. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल प्रत्येक दिन ट्विटर पर ऐसी-ऐसी बातें ट्विट करते हैं, जो उन्हें परेशान करती है.
असंवैधानिक बातें की जाती है. गाली-गलौज की जाती है. वह सुपर पहरेदार की तरह व्यवहार करते हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से कई बार राज्यपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाये गये. अंततः उन्हें यह फैसला लेना पड़ा. उन्होंने कहा कि चार पत्र देने के बावजूद पीएम ने क्यों उन्हें वापस नहीं बुलाया? सरकारिया आयोग के अनुसार राज्यपाल की नियुक्ति पर राज्य सरकार से सलाह लेनी थी, लेकिन राज्य से कोई सलाह नहीं ली गई.
दूसरी ओर, टीएमसी ने जगदीप धनखड़ को बंगाल के राज्यपाल पद से हटाने का अनुरोध सीधे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से किया. टीएमसी के लोकसभा सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने सोमवार को संसद में बजट सत्र की शुरुआत के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद यह अनुरोध किया. तृणमूल सांसद सुदीप बनर्जी ने एएनआई को बताया, “मैंने सीधे उनसे कहा कि मैं आपसे बंगाल के राज्यपाल को हटाने का अनुरोध करता हूं. यह देश के संसदीय लोकतंत्र के लिए हानिकारक है. उन्होंने हमेशा सभी को शर्मिंदा किया.” उन्होंने सुना. उनके साथ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी थे.
राज्यपाल असंवैधानिक काम कर रहे हैं, दे रहे हैं गाली-गलौज
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वह प्रत्येक दिन ट्वीट कर उन्हें और उनके अधिकारियों को गाली देते हैं. उन्हें गाली देते हैं और असंवैधानिक बात करते हैं. राज्यपाल नोमिनेटेड होते हुए भी सुपर पहरेदार की तरह व्यवहार करते हैं. उन्हें निर्देश देते हैं. ऐसा लगता है कि हम उनके नौकर हैं और बॉडेड लेबर हैं. नोमिनेटेड होते हुए भी वह सुपर पहरेदार की तरह व्यवहार कर रहे हैं.
इस कारण वह उनका ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करने के लिए वह बाध्य हुई हैं. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को चार बार चिट्ठी दी है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. डेढ़ साल से प्रत्येक कार्य में उनको अटकाते हैं. बहुत हो गया है. अब विधानसभा और संसद इस बारे में फैसला लेगा. पेगासस राजभवन से चल रहा है. एक राष्ट्रीय स्तर पर पेगासस चल रहा है. दूसरा राजभवन से पेगासस चल रहा है. अधिकारियों पर अविश्वास किया जा रहा है.
राज्यपाल ने ममता बनर्जी को दिया जवाब
WB Guv : Under Article 167 it is Constitution “duty” of the Chief Minister to furnish such information relating to the administration of the affairs of the State and proposals for legislation as the Governor may call for.
Why “block” information to Guv now for two years ? pic.twitter.com/aOlEN5YZGb
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) January 31, 2022
राज्यपाल ने उनके ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक करने का जवाब दिया है. राज्यपाल ने ट्वीट किया, “संविधान के अनुच्छेद 159 के तहत यह सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य है कि राज्य में कोई भी संवैधानिक मानदंड और कानून के नियमों को “ब्लॉक” नहीं किया जा सकता है, जो “भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा रखते हैं”
राज्यपाल और ममता बनर्जी सरकार के बीच चल रहा है घमासान
बता दें कि पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी की सरकार के बीच घमासान मचा हुआ है. राज्यपाल ने हाल में राज्य की कानून व्यवस्था से लेकर नौकरशाहों के रवैये को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. हाल में विधानसभा परिसर के दौरान उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष की भी खुलकर आलोचना की थी. इसके पहले भी सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग कर चुकी हैं.
1 फरवरी से शुरू हो रहे संसद का बजट सत्र के दौरान टीएमसी राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा के आगामी बजट सत्र के दौरान राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ एक प्रस्ताव लाने के विकल्प पर विचार कर रही है.
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