भोपाल। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया की अध्यक्षता में राज्य पोषण प्रबंधन रणनीति 2020 में अपनाए गए अंतर्विभागीय समन्वय समिति की संयुक्त बैठक मंत्रालय में सम्पन्न हुई। बैठक में सिसोदिया ने कहा कि सुपोषित मध्यप्रदेश बनाने के लिए कुपोषण मुक्त पंचायत और जिले बनाना जरूरी है। कुपोषण-मुक्त पंचायतों और जिलों को पुरस्कृत करना, पोषण समृद्ध ग्राम के माध्यम से कुपोषण-मुक्त अन्नपूर्णा पंचायत की स्थापना करनी होगी। उन्होंने पोषण समृद्ध ग्राम से अन्नपूर्णा पंचायत तक कैलेण्डर का विमोचन भी किया। जिसका उद्देश्य बच्चे कुपोषण से ग्रस्त न हो। सभी परिवारों में 5 से ज्यादा खाद्य समूह भोजन में शामिल हो। बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों से भी इन ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाए। प्रदेश के ग्रामों को सुव्यवस्थित ढंग से बसाया जाए। स्वयंसेवी संस्था डब्ल्यूएचएच की स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रतिभा श्रीवास्तव ने पोषण समृद्ध ग्राम और अन्नपूर्णा पंचायत की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुपोषित ग्राम व सुपोषित पंचायत का माइक्रोप्लान, सामुदायिक योजना बने और महिला समूह उसकी निगरानी करें। स्वच्छ पेयजल, शौचालय और ग्राम स्वच्छता के उच्च मानकों का पालन किया जाए। चिन्हित परिवारों को आजीविका, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, महिला सशक्तीकरण योजनाओं का लाभ हासिल हो। निर्वाचित प्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों और महिला स्व-सहायता समूहों को कुपोषण से मुक्ति के उद्देश्य में भागीदार बनायें। अंत में मंत्री सिसोदिया ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य कर योजना को सफल बनाने में सहभागिता करें। बैठक में पंचायतीराज के संचालक बीएस जामोद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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