नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद आज यानी 9 जून को शपथ ग्रहण होने वाला है, इस समारोह में नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं. मोदी के साथ नई कैबिनेट में कई सांसद भी मंत्री शपथ लेंगे. यह कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में होने वाला है. इस समारोह में दुनियाभर के कई देशों के नेता शामिल होने वाले हैं, लेकिन लोगों की खास नजर विपक्ष पर है.
आज होने वाले शपथ समारोह में जहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को न्योता दिया गया है, वहीं कुछ नेताओं ने शपथ समारोह पर टिप्पणी करते हुए बताया है कि उन्हें इस समारोह में बुलाया ही नहीं गया है. खरगे को शनिवार यानी 8 जून की देर रात में बीजेपी नेता प्रहलाद जोशी ने न्योता दिया . पार्टी के सूत्रों से पता चला है कि खरगे इस समारोह में शामिल होंगे, सूत्रों ने बताया कि खरगे ने पार्टी और सहयोगी दलों से बातचीत की, जिसके बाद ये फैसला लिया गया. कांग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पार्टी के नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि अभी तक हमें सरकार की तरफ से न ही को न्योता मिला है और न ही कोई सूचना दी गई है.
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि इंविटेशन काफी देर में आया है, जिसे मंशा से किसी को न्योता दिया जाता है उस मंशा से नहीं दिया गया है. आगे उन्होंने कहा कि मैं मानती हूं यह शपथ ग्रहण से महत्वपूर्ण यह होगा कि किस प्रकार से इनका कार्यकाल चलेगा और कैसे ये सरकार चलेगी.
वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी भी निमंत्रण न आने की बात पर काफी नाखुश नजर आए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “मैं राज्यसभा में विपक्ष का उपनेता हूं, मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी या भारतीय गठबंधन सहयोगियों के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है. विपक्ष के नेता खुद तय करेंगे कि वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे या नहीं. समारोह को अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने के लिए नरेंद्र मोदी विदेशी मेहमानों को आमंत्रित करने में अधिक रुचि रखते हैं.
जहां एक तरफ कुछ लोगों ने समारोह में जाने की बात पर संदेह जताया है और किसी ने नाराजगी जताई है वहीं ममता बनर्जी ने मीडिया से कहा कि न ही मुझे न्योता दिया गया है और न ही मुझे इस समारोह में जाना है. उन्होंने कहा कि मुझे खेद हैं लेकिन मैं एक असंवैधानिक, अवैध पार्टी को सरकार बनाने के लिए शुभकामनाएं नहीं दे सकती पर मेरी शुभकामनाएं देश के लिए होंगी. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इंडिया ब्लॉक की तरफ से बात करते हुए कहा कि इस समारोह में केवल इंटरनेशनल नेताओं को बुलाया गया है, लेकिन अगर उन्हें निमंत्रण मिलेगा तो हम इस बारे में सोचेंगे हालांकि हमारे किसी भी नेताओं को कोई भी न्योता नहीं मिला है.
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