नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष पद (congress president post) का चुनाव लड़ रहे शशि थरूर (Shashi Tharoor) की इच्छा है कि उनके और मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के बीच ‘पार्टी के भविष्य को लेकर दोनों का क्या विजन है’, इस मुद्दे पर सार्वजनिक चर्चा होनी चाहिए. थरूर की इस इच्छा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा कि ‘यह एक दूसरे को नहीं, बल्कि आरएसएस-भाजपा को चुनौती’ देने का समय है. दलित समुदाय से आने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है.
शशि थरूर ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ ‘पार्टी के विकास का विजन’ पर सार्वजनिक बहस के विचार का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस में लोगों की रुचि जगेगी, जैसा कि ब्रिटिश कंजरवेटिव पार्टी में हाल ही में नेतृत्व को लेकर प्रतिद्वंदियों के बीच पब्लिक डिबेट हुई थी, और इससे लोगों में रुचि उत्पन्न हुई. मल्लिकार्जुन खड़गे ने गांधी जयंती पर मीडिया को संबोधित करते हुए और अपने पोल एजेंटों- दीपेंद्र हुड्डा, नसीर हुसैन और गौरव वल्लभ के साथ कैम्पेन की शुरुआत की. शशि थरूर के ‘पब्लिक डिबेट’ के विचार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता, मैं केवल काम करना जानता हूं, मुझे ऐसा करने का मौका दें.’
खड़गे ने यह भी कहा कि देश बेरोजगारी, सांप्रदायिक कलह, कमजोर वर्गों पर अत्याचार, महंगाई जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है और इन मुद्दों को उठाना, कांग्रेस के हर सदस्य की प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हम एक ही घर के हैं और हमें एक दूसरे के खिलाफ नहीं, बल्कि एक साथ लड़ना है. अगर हमें बहस करनी है तो हमें आरएसएस-भाजपा के खिलाफ संयुक्त रूप से बहस करनी चाहिए. एक-दूसरे से बहस करने से न तो देश को फायदा होगा और न ही पार्टी को.’ मल्लिकार्जुन खड़गे ने एआईसीसी चुनावों पर टिप्पणी करने के लिए भाजपा पर भी निशाना साधा और पूछा कि सत्ताधारी दल को यह बताने के लिए कहा कि जेपी नड्डा कैसे भाजपा अध्यक्ष चुने गए और मतदाता कौन थे?
मैंने थरूर से अध्यक्ष पद के लिए आम सहमति बनाने को कहा था: खड़गे
भाजपा ने खड़गे को गांधी परिवार का ‘कठपुतली’ बताया. इस बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मैं गांधी परिवार और राहुल गांधी से सलाह लेंगे, और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. मल्लिकार्जुन खड़ने ने यह भी बताया कि जब शशि थरूर ने उनके नामांकन पर बधाई देने के लिए फोन किया, तो उन्होंने प्रस्ताव दिया कि अध्यक्ष पद के लिए आम सहमति बेहतर होगी. उन्होंने कहा, ‘लेकिन थरूर ने कहा कि लोकतंत्र में मुकाबला अच्छा होता है. मैंने कहा फिर ठीक है. यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह थरूर से अपना नामांकन वापस लेने का आग्रह करेंगे, खड़गे ने कहा कि यह उन पर (शशि थरूर) निर्भर है और वह किसी को मजबूर नहीं करेंगे.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने आंतरिक चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया क्योंकि पार्टी के सभी सदस्यों ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहा था. उन्होंने कहा, ‘चूंकि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, इसलिए मुझे मेरे वरिष्ठ सहयोगियों ने चुनाव लड़ने के लिए कहा. मैं किसी के खिलाफ नहीं लड़ रहा हूं. मैं पार्टी की विचारधारा के लिए लड़ रहा हूं.’ शशि थरूर की टिप्पणी के बारे में कि खड़गे यथास्थिति को बनाए रखने वाले उम्मीदवार हैं, जबकि वह बदलाव के लिए हैं, अनुभवी नेता ने कहा कि पार्टी में नेताओं और कार्यकर्ताओं के विचारों के अनुसार सुधार किए जाएंगे, और एक व्यक्ति इस मुद्दे का फैसला नहीं करेगा. पार्टी के दिग्गज नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद एक ‘फुलटाइम जॉब’ है, और मैं जिस भी पद पर रहूं, मुझे ईमानदारी से काम करने की आदत है.
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