नई दिल्ली: हरेक मिडिल क्लास फैमिली के लिए आज भी अपनी खुद की कार (Car) होना एक बड़ा सपना है. यही कारण कि दिवाली की त्योहारी सीजन में जब लोगों को सैलरी के साथ बोनस मिलता है तो कारों की खरीद (Car-Bike Security Tips) तेज हो जाती है. जिनका कार खरीदने का बजट नहीं होता, वे बाइक-स्कूटर खरीदकर काम चला लेते हैं.
दिल्ली-एनसीआर में वाहन चोरी सबसे ज्यादा
आप भी इस त्योहारी सीजन में कार-बाइक खरीदकर घर ले जाएं और भगवान न करे कि 2 दिन बाद ही वह चोरी (Car Theft) हो जाए तो क्या होगा. यह कोई काल्पनिक सवाल नहीं बल्कि कड़वी हकीकत है. दिल्ली-एनसीआर में गाड़ी चोरी के मामले पिछले कई सालों से नंबर वन पर बने हुए हैं. चोरी होने वाली गाड़ियों में कार, बाइक-स्कूटर, ऑटो, टैंपो, ई रिक्शा समेत तमाम वाहन शामिल हैं. हालांकि कार-बाइक की चोरी सबसे ज्यादा होती है.
मेरठ-गाजियाबाद में काट दी जाती हैं गाड़ियां
कारों को चोरी (Car Theft) के बाद या तो नॉर्थ ईस्ट में बेच दिया जाता है या फिर मेरठ और बुलंदशहर में चोरी-छिपे बने कट्टीघरों में कटवा दिया जाता है. अब गाजियाबाद का लोनी इलाका भी नए कट्टीघरों के हब के रूप में उभरा है. ऐसे में आप नहीं चाहेंगे कि आपकी नई नवेली कार या बाइक भी खरीद के 2 दिन बाद ही चोरी (Car Theft) होकर किसी कट्टीघर में कट जाए. इस स्थिति से बचने के लिए हम आज आपको कुछ नायाब टिप्स (Car-Bike Security Tips) बताने जा रहे हैं. आप इन टिप्स का पालन करके न केवल अपनी कार-बाइक चोरी होने से बचा सकते हैं बल्कि चोर-लुटेरों को भी पकड़वा सकते हैं.
अपनी कार-बाइक में लगवाएं जीपीएस (Car-Bike GPS)
सबसे पहले आप अपनी कार या बाइक-स्कूटर में जीपीएस (Car-Bike GPS) सिस्टम लगवाएं. बाजार में यह सिस्टम 2 हजार से लेकर 15 हजार रुपये तक की कीमत में आसानी से उपलब्ध हैं. आप अपने शहर की किसी भी मोटर मार्केट में यह सिस्टम आसानी से खरीद सकते हैं. नोएडा में आप सेक्टर-16 मोटर मार्केट से अपनी कार-बाइक में यह सिस्टम लगवा सकते हैं. इसके साथ ही आप अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों से भी यह सिस्टम मंगवाकर किसी मैकेनिक से इंस्टॉल करवा सकते हैं. गाड़ी में जीपीएस (Car-Bike GPS) ऐसी जगह लगवाया जाए, जहां वह आसानी से किसी को दिखाई न दे. इसके लगने के बाद आप दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर अपने वाहन की आसानी से निगरानी कर सकते हैं. आपकी गाड़ी कहां खड़ी है, किस सड़क पर चल रही है, उसकी स्पीड कितनी है. ये सब चीजें आप अपनी गाड़ी में लगे जीपीएस के जरिए रियलटाइम चेक कर सकते हैं.
इस खास पैटर्न से गाड़ी चुराते हैं चोर
नोएडा पुलिस के एक सीनियर अफसर के मुताबिक वाहन चोरों का अपना एक खास पैटर्न होता है. वे गाड़ी चोरी करके एकदम से नॉर्थ ईस्ट या कट्टीघरों में नहीं भेजते. इसके बजाय वे चोरी के वाहनों को कम भीड़भाड़ वाली पार्किंग, किसी सोसायटी की बेसमेंट पार्किंग, किसी कम आबादी वाले सेक्टर या सुनसान इलाके में बने किसी प्लॉट में छिपा देते हैं. करीब 3-4 दिन बाद मौका देखकर वे उन गाड़ियों को आगे भेजते हैं. यही वे 3-4 दिन होते हैं, जिसमें गाड़ी को रिकवर किया जा सकता है. ऐसे में अगर आपकी गाड़ी में जीपीएस (Car-Bike GPS) लगा हो तो उसकी रिकवरी के चांस करीब 70 से 90 प्रतिशत तक बन जाते हैं.
वाहन चोरी से बचाने के ये उपाय भी मददगार
सेफ पार्किंग (Safe Parking) : अपनी गाड़ी को हमेशा सेफ (Car-Bike Security Tips) जगह पार्क करें. ऑथराइज्ड पार्किंग न हो तो ऐसी जगह पार्क करने की कोशिश करें, जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हों या फिर आसपास कोई दुकान वगैरह हो. पूरी रात पार्किंग करनी हो तो सेफ पार्किंग में ही खड़ी करें. कॉलोनी में गाड़ियां पार्क होती हैं तो रातभर उनपर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाएं और चौकीदार रखें.
गियर लॉक (Gear Lock) : इस लॉक को लगाने के बाद कार के गियर लॉक (Car-Bike Security Tips) हो जाते हैं. जिसके चलते गाड़ी स्टार्ट होने के बावजूद आगे नहीं बढ़ सकती. चोरी जब आप इस लॉक को लगाते हैं तो कार में गियर नहीं डलते और जब गियर नहीं डलेंगे तो जाहिर है कार आगे नहीं बढ़ेगी. इस लॉक को तोड़ना आसान नहीं होता और इसमें बहुत समय लगता है. इसलिए चोर ऐसे लॉक लगी गाड़ियों पर हाथ नहीं डालते. आप बाजार में 1000 से लेकर 3000 रुपये तक की रेंज में आसानी अच्छा गियर लॉक हासिल कर सकते हैं.
व्हील लॉक (Wheel Lock) : इस लॉक को अपनी गाड़ी के पहिये में लगा कर आप अपनी गाड़ी लंबे समय तक पार्क कर सकते हैं. यह व्हील लॉक बहुत मजबूत होता है और इसे तोड़ना आसान नहीं होता. वाहन चोरों के पास घटना को अंजाम देने के लिए बहुत समय नहीं होता. इसलिए वह ऐसी गाड़ी को हाथ नहीं लगाते, जिसमें उन्हें बाहर से ही कोई मजबूत लॉक लगा दिखाई दे जाए. ऐसे में वह इस प्रकार की गाड़ियों पर हाथ डालने से परहेज करते हैं. इसकी कीमत 1000- 1500 रुपये से शुरू हो हो जाती है. ये मार्केट में आसानी से उपलब्ध होते हैं. इसे कार के टायर के साथ सेट करना पड़ता है, जिससे कोई आपकी कार को ले जा न सके.
स्टेयरिंग व्हील लॉक (Steering Wheel Lock) : इस लॉक का फायदा (Car-Bike Security Tips) ये है कि अगर कोई आपकी कार का लॉक खोलने की कोशिश भी करता है तो तुरंत अलार्म बज जाता है. जिससे आपकी गाड़ी चोरी होने से बच जाती है.
सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम (Central Locking System) : यह सिस्टम एक रिमोट (Car-Bike Security Tips) के जरिए चलता है. इससे आप कार को दूर बैठकर भी एक बटन की मदद से लॉक और अनलॉक कर सकते हैं. अगर आपकी कार के साथ कोई दूसरा व्यक्ति छेड़छाड़ करने की कोशिश करता है तो इस सिस्टम में लगा अलार्म बजने लगता है. जिससे आपको पता चल जाएगा कि आपकी कार पर खतरा है. इसे 2 से 5 हजार तक में लगवाया जा सकता है. अधिकतर गाड़ियों में यह सिस्टम इनबिल्ट होता लेकिर अगर आपकी कार में नहीं है तो आप बाहर से भी इसे लगवा सकते हैं.
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