प्रदूषण के मामले में कोई समझौता नहीं…एनजीटी सदस्यों ने समझाइशों के साथ सराहना भी की
इंदौर। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (National Green Tribunal) (एनजीटी) की प्रिंसिपल बेंच नई दिल्ली के सदस्य डॉ. अफरोज अहमद (Dr. Afroz Ahmed, Member, Principal Bench, New Delhi) ने कल कलेक्टर कार्यालय में पर्यावरण से जुड़े विभागों की संयुक्त बैठक ली, जिसमें कलेक्टर, निगमायुक्त, वन मंडल अधिकारी, एसीपी सहित अन्य मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के मामले में किसी तरह का समझौता नहीं किया जाए। खासकर उद्योगों को प्रदूषण की रोकथाम के मानकों एवं मापदंडों का पूर्ण पालन करना होगा। उन्होंने नदी के दोनों तरफ के कंट्रोल एरिया को नो डेवलपमेंट झोन बनाने और किसी भी तरह का अतिक्रमण न होने देने की बात भी कही। इंदौर की सफाई से लेकर अन्य मामलों में उन्होंने प्रशंसा भी की।
बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी, नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह, वनमंडल अधिकारी नरेंद्र पंडवा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगनकर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में डॉ. अफरोज अहमद ने जिला एन्वायर्नमेंट प्लान, एनजीटी द्वारा जारी आदेश एवं निर्देशों के परिपालन में हुए तथा चल रहे कार्यों, वायु गुणवत्ता, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, बॉयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, ई-वेस्ट मैनेजमेंट, एयर क्वालिटी मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेकर उनकी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण बचाने की दिशा में इंदौर जिला तेजी से आगे बढ़ा है। यहां हो रहे कार्य अन्य जिलों के लिए प्रेरणा है। पर्यावरण संरक्षण के लिए इंदौर देश को नई राह दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर स्वच्छता के क्षेत्र में पूरे देश में अव्वल है। इंदौर शहर के आसपास के क्षेत्रों में भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि शहर के आसपास कहीं कचरा जलता हुआ या इधर-उधर बिखरा हुआ नहीं दिखे। उन्होंने कपड़े के थैले के लिए अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने की जरूरत बताई। उन्हें सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर का अत्यधिक दोहन होने से इंदौर जिले में भूजल की क्रिटिकल स्थिति है। ऐसे समय में शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, रियल एस्टेट सेक्टर में भूजल उपयोग की अनुमति ली गई है या नहीं इसकी मॉनीटरिंग लगातार की जाए। भू-जल स्तर को संरक्षित करना आज के समय की बड़ी जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी मिलकर एक अभियान चलाएं और एक एसओपी भी तैयार की जाए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved