नई दिल्ली. हर साल 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे (world health day) मनाया जाता है, ताकि सभी लोगों को हेल्दी रहने का मैसेज दिया जा सके. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अधिकतर बीमारियों के पीछे हमारी बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल होती है. हमारी खराब आदतें मोटापा, डायबिटीज (diabetes) जैसी कई लाइफस्टाइल डिजीज का कारण बनती हैं. इस विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर जानते हैं कि हमारी कौन-सी अस्वस्थ आदतें बीमारियों (diseases) का कारण बनती हैं और हेल्दी रहने के लिए जरूरी टिप्स कौन-से हैं.
Bad Lifestyle: हमारी लाइफस्टाइल आजकल कैसी हो गई है?
अत्यधिक तनाव का स्तर
गलत डाइट पैटर्न
अच्छी नींद की कमी
एरोबिक एक्टिविटी की कमी
मोटापा
वर्क लाइफ असंतुलन
स्मोकिंग/एल्कोहॉल, आदि
Lifestyle Disease: लाइफस्टाइल डिजीज का कारण बनने वाली खराब आदतें
गलत व अस्वस्थ खानपान
शारीरिक गतिविधि की कमी वाली खराब जीवनशैली
तंबाकू और एल्कोहॉल (tobacco and alcohol) का अत्यधिक सेवन करना
काम करते हुए गलत बॉडी पोस्चर
वर्क शिफ्ट के कारण बायोलॉजिकल क्लॉक का बिगड़ना
काम करने के लंबे घंटे
ज्यादा तनाव लेना, आदि
मोटापा:
अत्यधिक वजन या मोटा होने के कारण व्यक्ति को मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिसऑर्डर, किडनी रोग का खतरा हो सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर:
हाई ब्लड प्रेशर को कभी हल्के में ना लें. क्योंकि, यह मुख्य रूप से तनाव, मोटापा, नसों की सिकुड़न से विकसित होता है. स्ट्रोक व हार्ट अटैक से बचने के लिए इसे समय पर कंट्रोल करना जरूरी है.
कार्डियोवैस्कुलर डिसऑर्डर:
स्ट्रोक, हार्ट अटैक जैसे कार्डियोवैस्कुलर डिसऑर्डर दुनियाभर में मौतों का बड़ा कारण है. जो कि मुख्य रूप से फैट वाले फूड, स्मोकिंग, एक्सरसाइज ना करने जैसी जीवनशैली की गलत आदतों के कारण होता है.
सीओपीडी:
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के कारण सांस फूलने, खांसी और सांस लेते हुए आवाज आने की समस्या हो सकती है. जो कि स्मोकिंग करने से सबसे ज्यादा होती है.
Healthy Habits: लाइफस्टाइल डिसऑर्डर से बचने के लिए हेल्दी हैबिट
संतुलित डाइट लें, जिसमें कम से कम 2.5 कप सब्जियां और फल रोजाना हों
रिफाइंड ग्रेन की जगह साबुत अनाज से बना खाना खाएं
रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट का सेवन कम करें
चीनी और नमक का सेवन संतुलित करें
अपने शारीरिक वजन को संतुलित रखें
रोजाना फिजीकल एक्टिविटी करें
शराब का सेवन सीमित करें
स्मोकिंग करना छोड़ दें
कंप्यूटर या टीवी देखना कम करें
बायोलॉजिकल क्लॉक को फॉलो करते हुए नींद लें
शरीर, दिमाग और आत्मा को तनावमुक्त रखें.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं हम इसकी सत्यता व सटीकता की जांच का दावा नही करते हैं। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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