- गुरू को समर्पित ‘कथक यात्रा’ पुस्तक का दिल्ली में होगा विमोचन
महिदपुर। आप में लगन, मेहनत के साथ धैर्य रखने की क्षमता हो तो कोई भी मंजिल को पाने से नहीं रोक सकता। यह बात महिदपुर से छोटे से शहर निकली व कथक कला से जुड़ी मेघा पुरूषोत्तम शर्मा ने साबित की। मेघा ने कथक नृत्य में तो पहचान बनाई ही है, वहीं अपने गुरू के प्रति समर्पण के चलते उन पर कथक यात्रा शीर्षक से पुस्तक तक लिख दी जिसका विमोचन दिल्ली में होने वाला है।
अपने गुरू पर पुस्तक लिखना मेघा का सपना था जो 2012 में उनके गुरु पं. कृष्णमोहन महाराज (लखन घराना की सातवीं पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे) से नृत्य शिक्षा ग्रहण करते हुए देखा था। मेघा ने बताया कि गुरुजी की शिक्षण पद्धति का गहरा प्रभाव पड़ा, उन्होंने जब महाराज जी के संघर्षमय जीवन के बारे में जाना तब से वे धीरे-धीरे इस पुस्तक लिखने के सपने को साकार करने की तैयारी में लग गई। 2016 में शोध कार्य के रूप में महाराज जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर लिखना शुरू किया और 6 सालों के अथक परिश्रम कई गुणी और महान कलाकारों के साक्षात्कारों द्वारा अपने गुरु के बारे में बहुमूल्य जानकारियाँ संग्रहित की। परिणाम स्वरूप 2022 में शोध कार्य पूर्ण होने पर उसे अपनी गुरु दक्षिणा के तौर पर महाराज के लिए कथक यात्रा नामक पुस्तक का रूप दिया जिसका विमोचन दिल्ली में 24 जुलाई को उनके जन्म दिवस के अवसर पर होना है।