नई दिल्ली। ग्रह जब राशि परिवर्तन (एक राशि से दूसरी राशि में जाना) करता है तो उस कार्य को गोचर कहा जाता है. ज्योतिष में नौ ग्रहों का वर्णन है वह हैं सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु एवं केतु. ये ग्रह अपनी गति के अनुसार एक अवधि काल में राशि परिवर्तन करते हैं. हर राशि पर ग्रह गोचर(planet transit) से सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इससे आपके स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति(economic condition), कार्यक्षेत्र अदि पर प्रभाव पड़ता है. 24 जून को एक अनोखी खगोलीय घटना (celestial event) घटित हुई है, जिसमें 18 साल बाद बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि पूरे महीने एक सीधी रेखा में दिखाई दिए.
ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार कहा जाता है कि जब इन पांचों में से कोई भी ग्रह मूल त्रिकोण या केंद्र में बैठा हो तो जातक का भाग्य चमकता है. पंच महापुरुष योग तब सबसे अधिक सार्थक होता है जब यह ग्रह केंद्र में स्थित हो. ज्योतिषियों का मानना है कि यह पंच महापुरुष योग(great man yoga) भगवान श्री राम और कृष्ण की कुंडली में मौजूद था.
इस खगोलीय घटना के प्रभाव से कृषि क्षेत्र में उछाल देखने को मिलेगा.चीनी, गुड़ और अन्य खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने की संभावना है.
चूंकि इस सीधी रेखा में शुक्र भी शामिल है ऐसे में शुक्र के इस परिवर्तन के चलते देश की आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है. बुध के सीधी रेखा में होने से पड़ोसी राज्यों से भारत के रिश्ते
औसत रहने वाले हैं. सीधी रेखा में मंगल भी शामिल है. ऐसे में मंगल के इस परिवर्तन और वृश्चिक राशि पर उसकी दृष्टि से भूमि से लाभ मिलने की प्रबल संभावना है.
मंगल के इस परिवर्तन और वृश्चिक राशि पर उसकी दृष्टि से भूमि से लाभ मिलने की प्रबल संभावना बनती नजर आ रही है. इसीलिए इस समय अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति का निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है.
इन ग्रहों के इस तरह से सीधी रेखा में आने से विशेष तौर से उत्तर-पूर्व क्षेत्र में भूकंप और तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं की स्थितियां बन सकती हैं.
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