मुंबई (Mumbai)। लोकसभा चुनाव के नतीजों (Lok Sabha election results) के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) में काफी राजनीतिक मंथन चल रहा है. गठबंधन की राजनीति में प्रत्येक घटक दल अपने प्रदर्शन की समीक्षा करने में व्यस्त है. महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) ने 48 में से 30 सीटें हासिल करके शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि एनडीए के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन (Mahayuti alliance) को 17 सीटें मिलीं हैं. हालांकि शिवसेना (UBT) ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से वह सिर्फ 9 सीटें जीतने में ही सफल रही है. जो कि 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में कम है, क्योंकि पिछले चुनाव में पार्टी ने 22 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार 9 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है।
बात NCP (एनसीपी) की करें तो पार्टी ने 80% स्ट्राइक रेट के साथ 10 में से 8 सीटें जीतीं हैं, वहीं कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और 13 सीटें जीत लीं, जबकि उद्धव की पार्टी का स्ट्राइक रेट 42 फीसदी रहा है, इस चुनाव में उद्धव गुट और शिंदे गुट के बीच कड़ा मुकाबला था. क्योंकि पार्टी में विभाजन के बाद यह पहला लोकसभा चुनाव था. और इससे ये भी साबित होना था कि वोटर्स के लिए असली शिवसेना कौन है. शिंदे गुट ने 14 सीटों पर चुनाव लड़ा और 7 सीटें जीतने में सफल रही, लिहाजा शिंदे गुट की शिवसेना का स्ट्राइक रेट 50% रहा।
इन सीटों की हार उद्धव गुट के लिए बड़ा झटका
अगर वोट शेयरिंग की बात करें तो उद्धव गुट से ज्यादा शिंदे गुट इस बात को लेकर चिंतित था कि उनका वोट भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के लिए शिफ्ट होना चाहिए. हालांकि रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, संभाजी नगर और ठाणे में हुई हार को उद्धव गुट के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. लेकिन उद्धव की शिवसेना ने मुंबई में 6 में से 4 सीटें जीतकर अपना गढ़ बरकरार रखा. वहीं, कांग्रेस और एनसीपी के पारंपरिक मतदाता माने जाने वाले अल्पसंख्यक वोट शिवसेना के मूल मराठी कैंडिडेट की बजाय उद्धव गुट को शिफ्ट हुए।
उद्धव गुट और शिंदे गुट की 13 सीटों पर थी सीधी लड़ाई
इसी तरह उद्धव गुट और शिंदे गुट ने 13 सीटों पर सीधी लड़ाई लड़ी, जिनमें से शिंदे गुट ने 7 और उद्धव गुट ने 6 सीटें जीतीं. आंकड़ों के अनुसार शिंदे गुट को इस सीधी लड़ाई में 62,65,584 वोट मिले, जबकि उद्धव गुट को 60,38,891 वोट मिले. इससे पता चलता है कि शिंदे गुट को उद्धव गुट से 2,26,693 वोट ज्यादा मिले. ये आंकड़े बताते हैं कि सहानुभूति का फैक्टर और अपने सहयोगियों के पारंपरिक वोटों के शिफ्ट के बावजूद उद्धव ठाकरे का गुट मुंबई को छोड़कर राज्य के अन्य हिस्सों में अपनी सीटों की बागडोर बरकरार रखने में फेल रहा है।
उद्धव की शिवसेना ने इन सीटों पर लड़ा चुनाव
उद्धव की शिवसेना ने जलगांव, परभणी, नाशिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, रायगढ़, मावल, धाराशिव, रत्नागिरी, बुलढाणा, हातकणंगले, संभाजीनगर, शिरडी, सांगली, हिंगोली, यवतमाल वाशीम, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई दक्षिण, मुंबई उत्तर- पूर्व पर चुनाव लड़ा था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved