मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) में करारी हार के बाद महा विकास अघाड़ी गठबंधन (Maha Vikas Aghadi alliance) के दोनों सहयोगी दल कांग्रेस और यूबीटी शिवसेना (Congress and UBT Shivsena) अब महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता पद (Opposition Leader) पर नजर गड़ाए हुए हैं. विपक्षी एमवीए ने विपक्ष के नेता और उपाध्यक्ष पद की मांग की है. इस पर निर्णय लेने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष के पास है. हालांकि, कांग्रेस अभी भी विपक्ष के नेता पद पर अपना दावा नहीं छोड़ रही है.
नाना पटोले का बयान आया सामने
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि उन्हें अभी एमवीए सहयोगियों के साथ चर्चा करनी है और विपक्ष के नेता के चेहरे पर फैसला करना है. ऐसे कई उदाहरण हैं जब कांग्रेस ने 220 सीटें जीती थीं, फिर भी उसने विपक्ष के नेता का पद दिया था. नाना पटोले ने कहा कि अब सरकार को हमारी मांग को स्वीकार करना है या अस्वीकार करना है.
क्या है सीटों का गणित?
शिवसेना यूबीटी से भास्कर जाधव सदन के नेता चुने गए हैं और सुनील प्रभु मुख्य सचेतक हैं. जबकि कांग्रेस से नाना पटोले और विजय वडेट्टीवार विपक्ष के नेता पद के लिए सबसे आगे हैं. इस बीच, 288 सीटों में से 10 प्रतिशत या 29 सीटों वाली पार्टी विपक्ष के नेता पद का दावा कर सकती है. हालांकि, विधायी नियमों के अनुसार, सभी एमवीए दल अब इस आंकड़े से पीछे हैं.
संख्या के अनुसार शिवसेना (यूबीटी) 20 विधायकों के साथ सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के रूप में उभरी है, उसके बाद कांग्रेस ने 16 और एनसीपी शरद पवार समूह ने 10 विधायकों के साथ जीत हासिल की है.
महाराष्ट्र में महायुति की नई सरकार बन गई है. बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. वे महाराष्ट्र के 21वें सीएम बने हैं. इसके साथ ही शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली है. अब मंत्रिमंडल 12 दिसंबर तक हो सकता है.
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