मुंबई । महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीते 10 दिन से जारी राजनीतिक संकट का पटाक्षेप होता दिख रहा है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद भाजपा, शिवसेना के बागी गुट के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार (new government) के गठन की तैयारी कर रही है. इस बीच नई सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) मुख्यमंत्री बनेंगे और एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद मिल सकता है. भाजपा खेमे से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कुल 20 कैबिनेट मंत्री और 5 राज्य मंत्री हो सकते हैं.
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल को भी कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं एकनाथ शिंदे गुट से उनके समेत 9 कैबिनेट मंत्री और 4 राज्य मंत्री बनाए जा सकते हैं. इस तरह महाराष्ट्र की नई सरकार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत कुल 38 मंत्री हो सकते हैं. शिंदे गुट के उन सभी विधायकों को नई सरकार में मंत्री बनाए जाने की संभावना है, जो पूर्ववर्ती महा विकास अघाड़ी सरकार में शिवसेना कोटे से मंत्री थे. इनमें गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, दादा भुसे, अब्दुल सत्तार इत्यादि. नई सरकार का मंत्रिमंडल कुछ इस प्रकार हो सकता है…
देवेंद्र फडणवीस एंड कंपनी
कैबिनेट मंत्री
देवेंद्र फडणवीस – मुख्यमंत्री
चंद्रकात दादा पाटील
सुधीर मुनगंटीवार
गिरीश महाजन
आशिष शेलार
प्रवीण दरेकर
चंद्रशेखर बावनकुळे
विजयकुमार देशमुख
गणेश नाईक
राधाकृष्ण विखे पाटील
संभाजी पाटील निलंगेकर
संजय कुटे
रवींद्र चव्हाण
डॉ. अशोक उईके
सुरेश खाडे
जयकुमार रावल
अतुल सावे
देवयानी फरांदे
रणधीर सावरकर
माधुरी मिसाळ
राज्यमंत्री
जयकुमार गोरे
प्रशांत ठाकुर
मदन येरावार
राहुल कुल
गोपीचंद पडळकर
एकनाथ शिंदे एंड कंपनी
कैबिनेट मंत्री
एकनाथ शिंदे
गुलाबराव पाटिल
उदय सामंत
दादा भुसे
अब्दुल सत्तार
संजय राठौड़
शंभूराज देसाई
बच्चू कडू
तानाजी सावंत
राज्यमंत्री
दीपक केसरकर
संदीपान भुमरे
संजय शिरसाठ
भरत गोगावले
उद्धव ठाकरे को देना पड़ा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
गौतलब है कि गत बुधवार को महाराष्ट्र में 22 जून से जारी राजनीतिक संकट का नाटकीय अंत हुआ. उद्धव सरकार के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को शिवसेना के 2/3 से अधिक विधायकों के बागी होने के कारण सत्ता से बेदखल होना पड़ा. शिवसेना की ओर से गवर्नर के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को शिवसेना की याचिका पर सुनवाई के बाद अपने फैसले में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ्लोर टेस्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. इसके तुरंत बाद उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव आकर अपने मुख्यमंत्री पद इस्तीफे का ऐलान कर दिया.
BJP और शिवसेना ने साथ लड़ा था 2019 का चुनाव
उन्होंने महाराष्ट्र विधान परिषद से भी इस्तीफा दे दिया. देर रात उद्धव राज्यपाल कोश्यारी से मिलने पहुंचे और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. इस तरह करीब ढ़ाई वर्ष सरकार चलाने के बाद महा विकास अघाड़ी महाराष्ट्र की सत्ता से बाहर हो गई. आपको यहां बता दें कि 2019 में शिवसेना और भाजपा ने गठबंधन में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा था. दोनों के गठबंधन को पूर्ण बहुमत भी प्राप्त हुई थी. लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति नहीं बनने के कारण शिवसेना ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था. कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर शिवसेना ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी सरकार बनाई थी.
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