मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) के लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों (Candidates) की लिस्ट जारी कर दी है। लेकिन 288 में से 29 सीटें ऐसी हैं, जहां पर दोनों गठबंधन (Alliance) के सहयोगियों के बीच में दोस्ताना लड़ाई देखने को मिलेगी। दोस्ताना लड़ाई के इस मुकाबले में महाविकास अद्याड़ी के लिए मुकाबला थोड़ा मुश्किल हो गया है क्योंकि इंडिया गठबंधन के छोटे सहयोगी दलों ने भी अपने प्रत्याशियों को भी विधानसभा चुनाव के रण में उतार दिया है।
दोस्ताना मुकाबला सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के लिए थोड़ा आसान नजर आता है क्योंकि उसे एमवीए की तुलना में कम ही सीटों पर यह लड़ाई लड़नी है। महायुति के सहयोगी दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बीच मानखुर्द शिवाजीनगर (मुंबई), आष्टी (बीड), सिंधखेड राजा (बुलढाणा), कटोल (नागपुर), मोर्शी (अमरावती), डिंडोरी (नासिक), श्रीरामपुर (अहमदनगर) और पुरंदर (पुणे) पर चुनावी मुकाबला होगा।
महाविकास अद्याड़ी के लिए कठिन है रास्ता
शिवसेना (यूबीटी), राकांपा (शरद चंद्र पवार) और कांग्रेस के विपक्षी गठबंधन के बीच 21 विधानसभा सीट पर इस तरह का मुकाबला होगा। प्रमुख मुकाबलों में से एक नांदेड़ उत्तर सीट पर होगा, जहां कांग्रेस के अब्दुल गफूर और शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार संगीता पाटिल मैदान में हैं। दोस्ताना मुकाबले वाली अधिकांश सीटों पर एमवीए सहयोगी पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी आफ इंडिया (PWPI), समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों द्वारा खड़े किये गए उम्मीदवारों के साथ-साथ चुनाव लड़ रहे हैं।
इन सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जहां ने जहां 8 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है तो वहीं पैंथर्स पार्टी ने भी 14 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
गठबंधन में सीट मांंगी मिली नहीं- PWPI
PWPI के नेता ने दोस्ताना मुकाबले को लेकर कहा कि हमने गठबंधन में 6 सीटें मांगी थीं जहां पर हम मजबूत स्थिति में थे लेकिन फिर भी वहां पर बड़ी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार उतारे। उन्होंने हमें सीटें ही नहीं दी तो फिर पार्टी का जहां भी प्रभाव है,वहां पर पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे, क्योंकि पार्टी को भी चुनावों में अपने वोट प्रतिशत के निश्चित मानदंडों को पूरा करना था।
गठबंधन के मतों में सेंध लगाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा होगा लेकिन हम क्या कर सकते हैं? हमने बड़ी पार्टियों से सीटें मांगीं लेकिन वे अड़े रहे।
उन्हें लगता है अकेले दम पर जीत जाएंगे- समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने इस साल की शुरुआत में एक साक्षात्कार में कहा था कि महा विकास आघाडी को एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए था, लेकिन इसने उनकी पार्टी को बातचीत के लिए भी नहीं बुलाया। उन्होंने कहा कि वे (एमवीए) सोचते हैं कि वे अपनी ताकत के दम पर चुनाव जीत सकते हैं और हमारी (सपा) की कोई जरूरत नहीं है। सोलापुर सिटी सेंट्रल में माकपा उम्मीदवार नरसया आदम और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा, जबकि वानी निर्वाचन क्षेत्र में भाकपा उम्मीदवार हेपट और शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार संजय डेरकर मैदान में हैं।
महायुति में, शिवसेना और राकांपा के उम्मीदवार पुरंदर, डिंडोरी, मानखुर्द शिवाजी नगर, सिंदखेडराजा और श्रीरामपुर में दोस्ताना मुकाबले में हैं। राकांपा और भाजपा के बीच कटोल, मोर्शी और आष्टी में मुकाबला होगा।
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