बारामती. महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवाजी की प्रतिमा (Shivaji’s statue) को लेकर राजनीति (Politics) गरमा गई है. महाविकास अघाड़ी के विरोध-प्रदर्शन पर एनसीपी (NCP) नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार (deputy CM ajit pawar) ने पलटवार किया है. अजित ने MVA नेताओं को खुली चुनौती भी दी है और कहा है कि अगर आप में हिम्मत है तो सामने आओ. फिर दिखाता हूं. इस तरह क्यों चीटिंग कर रहे हो?
MVA ने चलाया था जूते मारो आंदोलन
सीएम शिंदे ने भी कहा, अगर जरूरत पड़ी तो वो 100 बार शिवाजी महाराज के पैर छूने और माफी मांगने में संकोच नहीं करेंगे. इस बीच, विपक्षी दलों का गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) एकजुट हो गया और दो दिन पहले सरकार के खिलाफ ‘जूते मारो आंदोलन’ चलाया. साउथ मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक पैदल मार्च निकाला गया. इसमें उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले, नाना पटोले समेत MVA के नेता शामिल हुए. इस दौरान उद्धव ने पोस्टर पर चप्पल मारी.
ऐसे क्यों जूते मार रहे हो?
इस पूरे घटनाक्रम पर अब अजित पवार का बयान आया है. उन्होंने बारामती में आयोजित कार्यक्रम में कहा, कुछ लोगों ने हमारे खिलाफ जूते मारो आंदोलन किया. उन्होंने एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और मेरे फोटो को चप्पल से मारा. ऐसे क्यों जूते मार रहे हैं? अगर आप में हिम्मत है तो सामने आओ. फिर दिखाता हूं. ऐसे क्यों चीटिंग कर रहे हो?
अजित पवार यहां बारामती में जन सम्मान यात्रा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. डिप्टी सीएम ने पूछा कि क्या कोई सरकार चाहेगी कि ऐसी घटना हो? अजित का कहना था कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. कोई नहीं चाहेगा कि किसी महापुरुष की बनी-बनाई मूर्ति गिरे. छत्रपति शिवाजी महाराज सबके भगवान हैं. हमने राज्य की जनता से माफी भी मांगी है. इस घटना पर राजनीति करने की जरूरत नहीं है. इस मामले में जिसने भी गलती की है, उसका पता लगाया जाएगा.
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