मुम्बई। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen- AIMIM) के नेता इम्तियाज जलील (Imtiaz Jaleel) ने महा विकास आघाडी (Maha Vikas Aghadi – MVA) से गठबंधन पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि पार्टी ने एमवीए को गठबंधन का प्रस्ताव दिया है, अगर 9 सितंबर पर इस पर जवाब नहीं आता है तो वह अपने बूते पर चुनाव लड़ेगी। जलील ने कहा कि एआईएमआईएम उन चंद सीट पर चुनाव लड़ना चाह रही है जहां उसका मजबूत प्रभाव है। उन्होंने कहा कि AIMIM महसूस करती है कि भाजपा (BJP) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति (Ruling coalition Mahayuti) को महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाना चाहिए। इस गठबंधन में एकनाथ की शिवसेना और अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अन्य घटक दल हैं।
इम्तियाज जलील ने कहा कि एआईएमआईएम और शिवसेना (UBT) की विचाराधाराएं भिन्न-भिन्न हैं। इसके बावजूद वे राजनीतिक बाध्यता के कारण और राज्य के किसानों व लोगों के हित में एमवीए के साथ गठजोड़ करने के लिए तैयार हैं। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक-दो महीने में चुनाव होने की संभावना है। जलील ने कहा कि AIMIM की एमवीए (कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी) के नेताओं के साथ उन सीट पर चुनाव लड़ने के अपने इस प्रस्ताव पर कुछ बातचीत की है, जहां पार्टी मजबूत है।
‘आखिरी समय में साथ लेने से किया इनकार तो…’
AIMIM लीडर ने कहा कि एमवीए ने एआईएमआईएम के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए कुछ समय मांगा था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हमने कई सीट का प्रस्ताव नहीं दिया है। उन्होंने कहा, ‘हमने बहुत इंतजार किया है। अगर वे आखिरी समय में हमें साथ लेने से इनकार कर देते हैं तो क्या होगा? अगर वे 9 सितंबर तक जवाब नहीं देते हैं, तो हम अपने इच्छुक उम्मीदवारों के लिए फॉर्म वितरित करना शुरू कर देंगे। हम तय करेंगे कि राज्य में एआईएमआईएम कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी। हम अपनी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।’
2019 में 2 सीटों पर जीते AIMIM कैंडिडेट्स
साल 2019 के पिछले चुनाव में एआईएमआईएम ने 44 सीट पर चुनाव लड़ा था जिसमें 2 पर वह विजयी रही थी। भाजपा को तब 105, अविभाजित राकांपा को 56 और शिवसेना को 54 और कांग्रेस को 44 सीट मिली थी। इम्तियाज जलील ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि वे मंच पर केवल तीन कुर्सियां चाहते हैं। शरद पवार, उद्धव ठाकरे और नाना पटोले (प्रदेश कांग्रेस प्रमुख) की। वे नहीं चाहते कि हम मंच पर चौथी पार्टी बनें।’ मालूम हो कि जम्तियाज जलील औरंगाबाद लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को MVA के साथ गठबंधन से बहुत लाभ नहीं होगा, लेकिन अगर वह एआईएमआईएम को साथ नहीं लेती है तो विपक्षी गठबंधन को भारी नुकसान हो सकता है।
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