ठाणे। महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे शहर से दो लोगों को पर दो करोड़ रुपये मूल्य (worth Rs 2 crores) की एम्बरग्रीस (Whale Ambergris) यानी व्हेल मछली की उल्टी कथित तौर पर रखने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। एम्बग्रीस को ‘व्हेल वमन’ भी कहा जाता है। वाग्ले एस्टेट के सहायक पुलिस आयुक्त जयंत बाजबाले ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने वाग्ले एस्टेट इलाके में एक होटल के समीप 13 नवंबर को जाल बिछाया और प्रतिबंधित पदार्थ कथित तौर पर बेचने आए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। एम्बरग्रीस की बिक्री पर प्रतिबंध है। इसका इस्तेमाल परफ्यूम बनाने के लिए किया जाता है। यह पदार्थ विलुप्त प्राय प्रजाति स्पर्म व्हेल का वमन होता है।
हाल में तमिलनाडु के वन अधिकारियों ने भी व्हेल की उल्टी बेचने के मामले नागपट्टिनम जिले से 2 लोगों को गिरफ्तार किया था। बेची जा रही व्हेल एम्बरग्रीस की कीमत 2 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई थी। एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने कहा कि वे वेट्टाइकरानिरुप्पु तट पर सतर्कता बरत रहे थे इस दौरान उन्होंने लगभग 2 करोड़ रुपये की व्हेल की उल्टी बरामद की और इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया।
क्या होता है व्हेल एम्बरग्रीस?
व्हेल मछली की उल्टी को एम्बरग्रीस कहा जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो वे इसे मल कहते हैं. यानी व्हेल के शरीर से निकलने वाला अपशिष्ट पदार्थ. दरअसल यह व्हेल की आंत से निकलता है. व्हेल मछली समुद्र में कई तरह की चीजों को खाती है. इस कारण जब वह उन चीजों को पचा नहीं पाती है तो इसे उगल देती है. बता दें कि एम्बरग्रीस स्लेटी या काले रंग का एक ठोस होता है. एक तरीके से यह मोम से बना पत्थर जैसा पदार्थ है।
व्हेल एम्बरग्रीस क्यों है महंगा?
व्हेल मछली के आंत से यह निकलता है जो पाचन प्रक्रिया के दौरान बनता है. इसमें से बुरी गंध आती है. लेकिन खुशबूदार परफ्यूम बनाने वाली कंपनियां इसका इस्तेमाल करती है. दरअसल यह परफ्यूम को आपके शरीर पर लगाने में मदद करता है. इस कारण परफ्यूम लंबे समय तक चलता है. इस कारण परफ्यूम कंपनियां इसे महंगे दामों में खरीदती हैं।
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