लखनऊ । उत्तर प्रदेश के बदायूं में महिला के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वो दो दिन से फरार था. पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. जिला मजिस्ट्रेट कुमार प्रशांत ने गुरुवार आधी रात को बताया कि सत्यनारायण एक गांव में अपने अनुयायी के घर में छिपा हुआ था जहां से उसे पकड़ा गया. उसे फौरन गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसटीएफ को आदेश दिया था. जिला पुलिस के साथ एसटीएफ को भी मामले की जांच के आदेश दिए गए थे. आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे. इस मामले के मुख्य आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
सीएम योगी ने कहा था दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
इस घटना के चलते विपक्षी दलों ने यूपी सरकार को घेरने की कोशिश भी की थी. हालांकि सीएम योगी ने कहा था कि बदायूं की घटना अत्यंत निंदनीय है. अभियुक्तों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
मामले में अब होगी एक और जांच
बदायूं में मंदिर गई महिला के साथ हुई दरिंदगी के मामले में अब एक और जांच की जाएगी. यह जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट लीक होने से जुड़ी हुई है. जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट लीक करने की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिए हैं. बदायूं डीएम ने यह जांच एडीएम को सौंपी है. उनसे नौ जनवरी तक जांच रिपोर्ट मांगी गई है. बता दें कि पोस्टमार्टम से ही महिला के साथ हुई दरिंदगी का खुलासा हुआ था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म थे और उसकी एक टांग भी टूटी हुई थी.
ये था पूरा मामला
बता दें कि बुधवार को बदायूं जिले से हैवानियत की हदें पार करने वाली खबर सामने आई थी. दरअसल, उघैती इलाके में रविवार रात 50 वर्षीय महिला अपने गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी. जिसके बाद महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला था. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो गैंगरेप की पुष्टि हुई थी.
पुलिस ने इस मामले में गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया था और तीन लोगों को नामजद किया है. पुलिस की ओर से इस मामले में एक्शन के लिए चार टीमें बनाई गई थीं. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में उघैती के थाना प्रभारी राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया गया था. इस केस के दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. जबकि मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था. गुरुवार को पुलिस ने उसे भी धर दबोचा.
परिवार ने पुलिस पर उठाए थे सवाल
जानकारी के मुताबिक महिला रविवार को शाम 6 बजे पूजा के लिए गई थी. जब 2-3 घंटे बाद वापस नहीं लौटी तो परिवार वाले थाने गए. लेकिन उन्हें पुलिस ने रात 11 बजे तक अटेंड नहीं किया. परिवार का कहना है कि आरोपियों ने दरवाजे की कुंडी खटखटा के डेडेबॉडी फेंकी और भाग गए. परिवार का ये भी आरोप है कि पुलिस ने सुबह मामले को देखने की बात कही थी.
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