उज्जैन। प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पण होने के बाद से लेकर अब तक लगातार महाकाल लोक में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। एक दिन दिन में यहां कई बार आने वालों का आंकड़ा 1 लाख पार तक हो चुका है। ऐसे में महाकाल लोक में पुलिस थाने की सुरक्षा के लिहाज से दरकार है। इसके प्रस्ताव की फाईल दो माह पहले पुलिस मुख्यालय भेज दी गई थी। वहां से अभी कोई जवाब नहीं आया है। गत वर्ष 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक के पहले चरण में पूर्ण हुए कार्यों का लोकार्पण किया था। उसी रोज से लगातार महाकाल लोक में देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। आम दिनों में भी यहां औसतन 40 से 50 हजार लोग प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। नववर्ष तथा इसके पहले प्रमुख पर्वों पर तो महाकाल लोक में एक ही दिन में एक लाख से अधिक लोग पहुंचे हैं।
पिछली बार तो भीड़ बढऩे पर शाम 6 बजे से ही परिसर की लाईटें बंद कर लोगों को अंदर आने से रोकना पड़ा था। यहां उमड़ रही भीड़ तथा उनकी सुरक्षा को देखते हुए पुलिस विभाग को महाकाल लोक में रोजाना शहरी क्षेत्र के प्रत्येक थाने से 5-5 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगानी पड़ रही है। इससे कई थानों में बल कम पडऩे लगा है और कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। महाकाल लोक में पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अलग से थाने की आवश्यकता है। इसे देखते हुए दो माह पहले पुलिस मुख्यालय भोपाल को महाकाल लोक का अपना थाना स्थापित करने से संबंधित प्रस्ताव और फाईल भेजी गई थी। इसमें महाकाल लोक थाने में 100 पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की नियुक्ति की अलग से मांग की गई है, ताकि अन्य थानों से महाकाल लोक में बल लगाना न पड़े। अधिकारियों के मुताबिक इस प्रस्ताव का अभी तक भोपाल मुख्यालय से कोई जवाब नहीं आया है। इस कारण परेशानी हो रही है।
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