- शिखर दर्शन स्थल सहित कई निर्माण से बदल जाएगा क्षेत्र का स्वरूप-2023 तक पूरा करने का है लक्ष्य
उज्जैन। महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना के पहले चरण के अधिकांश काम हो चुके हैं वहीं दूसरे चरण के काम भी शुरू हो चुके हैं। इसके तहत महाकाल शिखर दर्शन स्थल निर्माण सहित रूद्रसागर में पैदल पुल निर्माण और अन्य काम किए जाने हैं। प्रोजेक्ट को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। महाकाल विस्तारीकरण योजना के तहत पहले चरण में अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुके हैं। एक माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले चरण में बने महाकाल लोक का लोकार्पण भी कर चुके हैं। यह कार्यक्रम निपटने के बाद पिछले दिनों कलेक्टर आशीष सिंह ने स्मार्ट सिटी कार्यालय में महाकाल विस्तारीकरण योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक ली थी। इसमें मृदा प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण के कार्यों के सम्बन्ध में इंजीनियर्स और ठेकेदारों से चर्चा की तथा निर्धारित किया गया कि मृदा सेकंड फेज के सभी निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिये जाएँ। कलेक्टर ने सभी कार्यों के लिए समय सीमा निर्धारित करते हुए इन्हें अगले साल जून-2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया था। मृदा योजना के सेकंड फेज के तहत महाराजवाड़ा कॉम्पलेक्स के विकास, रामघाट का सौंदर्यीकरण, चारधाम मन्दिर एवं फेसिलिटी सेन्टर के बीच रूद्र सागर में बनने वाले ब्रिज, रूद्र सागर शिखर दर्शन योजना, विभिन्न चार मार्गों के निर्माण, सरफेज पार्किंग व मेघदूत वन विकास को लेकर प्लानिंग भी हो चुकी है।
एक नजर दूसरे चरण के बड़े कार्यों पर - महाराजवाड़ा कॉम्पलेक्स विकास योजना के तहत 15.81 करोड़ रुपये की लागत से महाराजवाड़ा स्कूल का विकास किया जायेगा। इस स्थान को ध्यान केन्द्र के रूप में विकसित करने की योजना है। इसके लिए कलेक्टर ने महाराजवाड़ा स्कूल परिसर स्थित महाकाल थाना आवासीय मकान खाली करने के लिये कहा और यह काम मार्च-2023 तक पूर्ण करने का टारगेट दिया है।
- रामघाट सौंदर्यीकरण हेतु 15.67 करोड़ की राशि रखी गई है। इसके तहत हरसिद्धि पाल से लेकर बम्बई धर्मशाला तक व्यूइंग गैलरी बनाने की योजना है। दानीगेट, सिद्ध आश्रम व राणौजी की छत्री के पास प्लाजा पब्लिक युटिलिटी व वेण्डर्स के बैठने के स्थान बनाये जायेंगे एवं अन्य सौंदर्यीकरण के कार्य होंगे। यह कार्य जून-2023 तक पूर्ण होगा।
- बड़े रूद्र सागर में चारधाम से लेकर महाकाल मन्दिर तक पैदल ब्रिज का निर्माण 16.34 करोड़ रुपये से किया जाना है। यह काम 11 अप्रैल से प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये थे।
- रूद्र सागर शिखर दर्शन योजना को पूरा करने के लिए 14.10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें वर्तमान प्रवचन हॉल एवं कोटितीर्थ से लगे हुए हिस्से में गहरीकरण करके शिखर दर्शन की व्यवस्था की जायेगी। इसी के साथ इमरजेंसी इंट्री एवं एक्जिट की व्यवस्था भी की जायेगी। योजना के तहत दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं को कोटितीर्थ के पास से होकर शिखर के दर्शन हो सके, इसकी व्यवस्था की जायेगी। यह कार्य जुलाई-2023 तक पूर्ण होगा।
- सेकंड फेज के कार्य में चार सड़क निर्माण किये जा रहे हैं, जिनमें नृसिंह घाट से नूतन स्कूल, बड़ा गणेश से चौबीस खंबा, महाकाल मन्दिर से महाकाल चौराहा तथा सरस्वती शिशु मन्दिर से पार्किंग रोड शामिल हैं। चारों रोड की लम्बाई 843 मीटर है तथा प्रोजेक्ट कास्ट 13 करोड़ 53 लाख रुपये है। यह निर्माण कार्य अप्रैल-2023 तक पूर्ण करना होंगे।
- द्वितीय चरण में सरफेज पार्किंग व मेघदूत वन के निर्माण कार्य की प्रोजेक्ट कास्ट 11.15 करोड़ रुपये है। यह कार्य 31 मार्च 2023 तक पूर्ण होगा। मन्नत गार्डन वाली 3.25 हेक्टेयर जमीन पर लैंडस्केपिंग, पार्क व सरफेज पार्किंग विकसित की जायेगी। इसमें दुकानें चौपाटी का एरिया विकसित होगा।