लखनऊ (Lucknow) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के निर्देश पर 12 साल में एक बार होने वाले सनातन धर्म के महाकुंभ पर्व (Maha Kumbha Festival) को दिव्य और भव्य बनाने की दिशा में काम और तेज कर दिया गया है। इसे स्वच्छ महाकुंभ का स्वरूप दिया जा रहा है। महाकुंभ के दौरान 10 हजार से अधिक कर्मचारी स्वच्छता की जिम्मेदारी उठाएंगे। पूरे मेला क्षेत्र में लगभग डेढ़ लाख अस्थाई सामुदायिक व शिविर शौचालयों और मूत्रालय बनाए जाएंगे।
इसके लिए 300 से अधिक सक्शन गाड़ियां और जेट स्प्रे सफाई प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा। शौचालयों की सफाई के लिए क्यूआर कोड के जरिए सेवा स्तर की निगरानी की जाएगी। महाकुंभ नगरी को स्वच्छ रखने के लिए 120 टिपर-हॉपर और 40 कॉम्पेक्टर ट्रक को लगाया जाएगा। इन वाहनों की जीपीएस से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा 25 हजार से अधिक लाइनर बैग युक्त डस्टबिन भी कुंभ मेला क्षेत्र में रखी जाएंगी। इन्हें प्रतिदिन तीन बार बदला जाएगा।
महाकुंभ के दौरान 10 हजार 200 कर्मियों की तैनाती होगी। ये 850 समूहों में काम करेंगे। योगी सरकार सभी सफाई कर्मचारियों के लिए स्वच्छता कॉलोनी का भी निर्माण कराएगी। सफाई कर्मचारियों की दैनिक मजदूरी का हस्तांतरण सीधे उनके बैंक खाते में किया जाएगा। महाकुंभ के दौरान विशेष अवसरों पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाने प्रयागराज में संगम तट पर उमड़ेंगे। आस्थावानों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही इस पूरे आयोजन को स्वच्छ बनाने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।
शहर में ये होंगे अस्पताल के इंतजाम
– चार अस्पतालों में 305 बेड रहेंगे रिजर्व
– डफरिन अस्पताल में महिला श्रद्धालुओं के लिए 50 बेड रिजर्व
– 3.73 लाख से 125 रोड, 20 रिवर व एक एयर एम्बुलेंस
मेले में स्वास्थ्य सेवा की होगी ये सुविधा
– मेला क्षेत्र में 380 बेड के 43 अस्थाई अस्पताल होंगे।
– 100 बेड का एक अस्थाई सेंट्रल अस्पताल बनाया जाएगा।
– 25-25 बेड के दो अस्थाई सब सेंट्रल अस्पताल मेला क्षेत्र में होंगे।
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