प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) का शुभारंभ हो चुका है. करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. हालांकि, बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो कि किसी वजह से महाकुंभ मेला में नहीं जा पा रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं, तो हैरानी कोई बात नहीं है. कुछ नियमों का पालन कर घर बैठे आप महाकुंभ के अमृत स्नान (शाही स्नान) का पुण्य कमा सकते हैं.
घर बैठे अमृत स्नान का पुण्य कमाने के लिए नहाते समय “गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति. नर्मदे सिंधु कावेरी जलेस्मिन सन्निधिं कुरू.” मंत्र का जाप करें. अगर आप इस मंत्र का जाप नहीं कर सकते हैं, तो हर हर गंगे का जाप करें.
घर में अमृत स्नान का पुण्य प्राप्त करने के लिए नहाते समय साबुन, डिटर्जेंट या किसी प्रकार के साबुन और शैम्पू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसके अलावा, कुंभ में 5 डुबकी लगाने की परंपरा है. ऐसे में घर पर मन ही मन गंगा मैया का स्मरण करते हुए स्नान करें.
स्नान करने के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ तुलसी माता को भी जल अर्पित करें.
महाकुंभ में दान का बड़ा महत्व होता है. ऐसे में आप भी घर पर स्नान के बाद जरूरतमंद, असहाय और गरीबों को धन, कपड़े, अन्न आदि का दान करें.
घर बैठे महाकुंभ का लाभ कमाने के लिए सात्विक भोजन करें. इस दौरान प्याज, लहसुन और तामसिक भोजन का एक दम त्याग कर दें. इसके अलावा, अमृत स्नान में शारीरिक शुद्धता के साथ मन की शुद्धता भी बहुत जरूरी होता है. ऐसे में आपको अपने मन को भी शुद्ध रखना बहुत जरूरी होता है.
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