नई दिल्ली. माघ शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि माघी पूर्णिमा (Maghi Purnima) कहलाती है. इस बार यह 16 फरवरी, बुधवार के दिन पड़ने वाली है. वैसे तो पूरा माघ माहीना (Magh Month) स्नान-दान के लिए अच्छा माना गया है. लेकिन पूर्णिमा के दिन किए गए स्नान और दान का विशेष लाभ प्राप्त होता है. ऐसे इसलिए क्योंकि पूर्णिमा, पूर्णत्व की तिथि होती है. इस तिथि के स्वामी खुद चंद्रदेव हैं. ऐसे में जानते हैं माघी पूर्णिमा के दिन क्या करना शुभ होगा.
माघी पूर्णिमा का धार्मिक महत्व
माघी पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान करने से मनोकामना पूरी होती है. ब्रह्मवैवर्त पुराण के मुताबिक इस दिन भगवान विष्णु(Lord Vishnu) गंगाजल में निवास करते हैं. इसलिए इस दिन गंगाजल (Gangajal) से स्नान करना पुण्यफलदायी होती है.
पितर को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम
माघी पूर्णिमा का दिन पितरों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध करना अच्छा माना गया है. इसके अलावा इस दिन पितरों के निमित्त जल दान, अन्न दान, भूमि दान और वस्त्र दान करने से पितर प्रसन्न होते हैं और कष्टों से मुक्ति मिलती है. साथ ही साथ इस दिन जरूरतमंद के बीच कंबल, कपास, घी, गुड़, तिल, वस्त्र, भोजन सामग्री और जूते-चप्पल का दान भी अच्छा माना गया है.
माघी पूर्णिमा के दिन क्या ना करें?
माघी पूर्णिमा के दिन कुछ काम निषेध बताए गए हैं. इस दिन अधिक जोर से बोलना, चीखना-चिल्लाना, घर में झगड़े आदि करने से बचाना चाहिए. साथ ही बड़े-बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए.
(नोट– उपरोक्त दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हम इनकी पुष्टि नहीं करते है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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