भोपाल। प्रदेश में जारी एंटी माफिया अभियान के बीच सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि भाजपा और उनके नेताओं से जुड़े माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में भाजपा संगठन ने खराब छवि वाले लोग खासकर माफिया से नेताओं को दूर रहने की नसीहत दी है। माफिया विरोधी अभियान के बीच संगठन और मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह मामला आया है कि कांग्रेस के शासन काल में जो माफिया कांगे्रसी नेताओं के करीब दिखते थे, वे अब भाजपा नेताओं से नजदीकियां बढ़ाने में लगे हैं। संगठन ने नेताओं को ऐसे लोगों से दूर रहने को कहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में नशा माफिया, मिलावटखोर और भूमाफिया के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए बाकायदा एक प्लान भी बनाया गया है। जिसके तहत बड़े शहर इंदौर, उज्जैन, जबलपुर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। हालांकि राजधानी भोपाल में एंटी माफिया ठंडा है। भोपाल में जिन इलाकों में पहले जुआ, सट्टा चलता था, वहां अभी भी जारी है।
भाजयुमो की वजह से बिगड़ी थी सीएम की छवि
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पिछले कार्यकाल में भाजपा की आईटी टीम का एक सदस्य धु्रव सक्सेना पाकिस्तानी जासूसी कांड में मप्र एटीएस ने पकड़ा था। धु्रव भाजयुमो के नेताओं का बेहद करीबी रहा है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में आईटी का काम संभालता था। जब उसके पाकिस्तानी तार मिले तो मप्र भाजपा ने संदिग्ध लोगों को बाहर करने का अभियान चलाया था।
किसी को न छोड़ें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को दो टूक कहा है कि जो माफिया है, उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए। इसकी आड़ में निर्दाष को नहीं तकलीफ नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री की सख्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नीमच में पुलिस ने तस्करी के आरेाप में एक निर्दाेष व्यापारी को फंसा दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसपी को हटाया और संबंधित थाने के पुलिस कर्मियों को निलंबित किया था।
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