मध्‍यप्रदेश

MP में झारखंड की राह पर चल रहे मदरसे, शिक्षा मंत्री ने दी चेतावनी

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मदरसे मनमानी कर रहे हैं. मदरसा संचालक मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग (Madhya Pradesh Education Department) के नियमों को नहीं मान रहे हैं. झारखंड की तर्ज पर मध्य प्रदेश के मदरसा संचालक शुक्रवार को अवकाश दे रहे, जबकि रविवार को मदरसे खोल रहे हैं. हैरत की बात तो यह है कि रविवार को शुक्रवार का मध्यान भोजन बांट रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश में लगभग 1500 के आसपास मदरसे सरकार से अनुदान प्राप्त करते हैं, बावजूद इसके मदरसे शिक्षा विभाग की गाइडलाइन को मानने से इंकार कर रहे हैं.

मध्य प्रदेश बाल आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा ने श्योपुर कलां जिले में जांच की तो पता चला कि मदरसा संचालक मनमानी कर रहे हैं. शुक्रवार को अवकाश मान रहे हैं, जबकि रविवार को मदरसा की क्लास लगाकर शुक्रवार का मध्यान भोजन रविवार को बांट रहे हैं. मदरसो में ऐसे बच्चों की एंट्री है, जो कभी मदरसा पढ़ने तक नहीं आते हैं. बाल आयोग की टीम ने मदरसों की मनमानी पर एतराज जताया है.

राजधानी भोपाल के सबसे बड़े मदरसा प्रिंसिपल अब्दुल हफीज खान ने कहा कि हिंदू बच्चे भी पढ़ते हैं, पर मदरसा संचालक सरकारी नियमों को ताक पर रखकर खुलेआम जी मीडिया के कैमरे पर कह रहे हैं कि वह शुक्रवार को छुट्टी रखते हैं, क्योंकि शुक्रवार को जुमा होता है. शासकीय अवकाश वाले दिन रविवार को मदरसा खुलता है. इन्हें हिंदू बच्चों की पढ़ाई से कोई लेना देना नहीं, जबकि हिंदू बच्चों के मदरसे में बेहतर भविष्य बनाने का दावा ठोक रहे हैं. हैरत की बात तो यह है कि मदरसों में महापुरुषों की फोटो कहीं से कहीं तक नजर नहीं आ रही है. मुस्लिम धर्म गुरु डॉक्टर औसाफ़ शाहमीरी खुर्रम ने भी दो टूक कहा कि मदरसों में अवकाश शुक्रवार को होता है रविवार को नहीं.

एमपी के स्कूल शिक्षा मंत्री उदयप्रताप सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में मद्रास की मनमानी नहीं चलेगी. स्कूल शिक्षा विभाग की गाइडलाइन से चलना होगा. मध्य प्रदेश में कोई अपने हिसाब से छुट्टी नहीं रख सकता. शासकीय छुट्टी रविवार की रहती है, उसी दिन अवकाश रखना होगा. नियम कानून सबके लिए एक समान है. सबको पालन करने होंगे, विभाग इस पूरे मामले की जांच करेगा.

इधर, कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री लाखन घनघोरिया से जब मदरसों के अवकाश को लेकर मनमानी का सवाल किया गया तो कांग्रेस पार्टी के नेता भड़क गए और कहा कि मदरसे जो कर रहे हैं वह सही है. सबको स्वतंत्रता है अपने फैसले लेने की मदरसों की छुट्टी और बातचीत नहीं होना चाहिए. कांग्रेस पार्टी के विधायक लखन घनघोरिया ने मदरसों की मनमानी को मुद्दा नहीं माना.

झारखंड में मदरसे रविवार की बजे शुक्रवार को अवकाश रखते हैं. अब झारखंड के मदरसे की राह पर मध्य प्रदेश के मदरसे नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को मदरसों में अवकाश माना जा रहा है. मध्य प्रदेश में लगभग डेढ़ हजार मदरसे सरकार से एफिलेटेड हैं, जिन्हें अनुदान भी मिलता है. हैरत की बात तो यह है कि एनसीपीसीआर की रिपोर्ट के अकॉर्डिंग मदरसों में 9 हजार के आसपास बच्चे हिंदू बच्चे शिक्षा लेते हैं.

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