भोपाल। कूनो में चीते भेजने के लिए साउथ अफ्रीका भी तैयारी कर रहा है। जो चीते भेजे जाने हैं, उन्हें बेला-बेला के पास क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसे ही दो चीते जो क्वारेंटाइन सेंटर में हैं। सात दशक बाद अफ्रीकी चीतों के रूप में लुप्त हुई बिग कैट की पांचवीं प्रजाति भारत आ रही है। इन चीतों को कूनो नेशनल पार्क में बसाने के लिए विशेषज्ञों की देखरेख में लगातार जरूरी व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। अब वन्य जीवों के इलाज के लिए कूनो नेशनल पार्क में प्रदेश का सबसे बड़ा वेटरनरी अस्पताल बनाया जाएगा। कूना नेशनल पार्क के संचालक पीके वर्मा ने बताया कि नया वेटरनरी अस्पताल बनाया जाना है। यह अभी टेंडर प्रक्रिया में है। फिलहाल पालपुर के पुराने थाना भवन में वैकल्पिक अस्पताल शुरू करा दिया गया है, ताकि जरूरत अनुसार चीता, तेंदुआ आदि जानवरों को जरूरी उपचार उपलब्ध कराया जा सके। यह प्रदेश का पहला सुपर स्पेशलिटी वेटरनरी अस्पताल होगा ताकि चीतों को किसी प्रकार की बीमारी की स्थिति में बेहतर इलाज मिल सके। इसकी डिजाइन तय कर टेंडर बुलाने की तैयारी की जा रही है। कूनो नेशनल पार्क के अंदर जो वेटरनरी अस्पताल बनाया जाना है, उसकी डिजाइन साउथ अफ्रीका के विशेषज्ञ डॉक्टर्स डॉ. एड्रियन और लॉरी मार्किल के साथ मिलकर तैयार की गई है। ऐसा इसलिए ताकि चीतों को उसी तरह की सुविधा अस्पताल में मिल सके, जैसी अब तक उनको अफ्रीका में मिलती रही है। अस्पताल निर्माण की जो डीपीआर बनाई गई है, उसके मुताबिक अस्पताल भवन पर 1.77 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
भोपाल से भेजी जा रही टेंट सामग्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के लिए भोपाल से टेंट सामग्री आनी शुरू हो गई है। गुरुवार को पांच ट्रकों में टेंट का सामान कराहल पहुंचा। अधिकारियों के अनुसार भोपाल से 20 ट्रक और रवाना हो रहे हैं। कराहल कस्बे में मॉडल स्कूल मैदान पर सभा पंडाल बनाने के लिए टेंट का सामान 25 ट्रकों में भरकर आएगा। हेलीपेड बनाने का काम तेजी से चल रहा है। यह काम श्योपुर, मुरैना के साथ 4 डिवीजन मिलकर कर रहे हैं। कुल 5 हेलीपेड बनाए जा रहे हैं।
अब कूनो में 11 को होगा वृहद चीता मित्र सम्मेलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अफ्रीकन चीतों के प्रवेश से पहले 11 सितंबर को कूनो नेशनल पार्क में वृहद चीता मित्र सम्मेलन होगा। यह सम्मेलन पहले 9 सितंबर को प्रस्तावित था। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव शामिल होंगे। वन विभाग ने कूनो के आसपास बसे 51 गांव में से अब तक 457 लोगों को चीता मित्र बनाया है। इन चीता मित्रों को चीतों के व्यवहार के बारे में बताया गया है। उन्हें जानकारी दी गई है कि चीता कभी किसी पर अटैक नहीं करता। ग्रामीणों को चीता और तेंदुआ के बीच अंतर भी समझाया जा रहा है।
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