भोपाल (Bhopal)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को नई दिल्ली के पूसा में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स कॉन्फ्रेंस (International Millets Conference) का शुभारम्भ किया। इस कॉन्फ्रेंस में मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में विलुप्त हो रहे मोटे अनाज (vanishing millets) के बीज संरक्षित कर किसानों को उपलब्ध कराने वाली लहरी बाई (Lahari Bai) भी शामिल हुईं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को मोटे अनाज (श्री अन्न) की सामग्री भेंट की।
दरअसल, लहरी बाई द्वारा तैयार किए गए विलुप्त हो रहे मोटे अनाज क बीज बैंक की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं। शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए लहरी बाई को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। कॉन्फ्रेंस में लहरी बाई ने विलुप्त हो रहे मोटे अनाज के बीज का स्टॉल लगाया था। प्रधानमंत्री मोदी ने लहरी बाई से मिलकर उनसे बीज बैंक के बारे में जानकारी लेते हुए इस क्षेत्र में आगे कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान लहरी बाई ने मोटे अनाज से तैयार सामग्री प्रधानमंत्री को भेंट की। इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, कैलाश चौधरी भी मौजूद रहे। अन्य देशों के प्रतिनिधियों से भी लहरी बाई ने मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि उन्होंने मन की बात में लहरी बाई के बीज बैंक का जिक्र किया था। दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स कॉन्फ्रेंस में देशभर के सभी राज्यों के साथ दूसरे कई देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए हैं। सम्मेलन में कृषि उपसंचालक अभिलाषा चौरसिया, एसडीओ सीआर अहिरवार भी डिंडौरी से लहरी बाई के साथ दिल्ली गए हुए हैं।
डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने इस पल को गौरवान्वित करने वाला बताया और कहा कि जिले में मोटे अनाज के उत्पादन की बड़ी संभावना है। इसको लेकर व्यापक कार्य योजना बनाते हुए कार्य किया जा रहा है।
गौरतलब है कि जिले के बैगा चेक क्षेत्र निवासी लहरी बाई द्वारा विलुप्त हो रहे मोटे अनाज के 50 से अधिक प्रजाति के बीज संरक्षित कर बीज बैंक तैयार किया है। इस बैंक से वे किसानों को बीज उपलब्ध कराती हैं, जिससे जिले में मोटे अनाज का उत्पादन भी बढ़ रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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