भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। सभी पूरी गति से विकसित भारत के निर्माण में जुटे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश का सामथ्र्य और संकल्प निर्णायक भूमिका निभाएगा। आस्था, अध्यात्म से लेकर पर्यटन तक और कृषि, शिक्षा से लेकर दक्षता संवर्धन तक मध्यप्रदेश अजब भी है, गजब भी है और सजग भी। विकसित भारत के निर्माण में मप्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी इदौर में आयोजित हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर भारतीय ही नहीं, दुनिया की हर संस्था, दुनिया का हर विशेषज्ञ भारत की मजबूत होती अर्थ-व्यवस्था को वैश्विक अर्थ-व्यवस्था में चमकते सितारे की तरह देख रहा है। हमारे मजबूत मेक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स दुनिया का नेतृत्व करने में सक्षम हैं। आज भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थ-व्यवस्था है। आगामी चार-पाँच वर्ष में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थ-व्यवस्था होगी। यह वैश्विक पटल पर भारत का दशक नहीं, बल्कि भारत की शताब्दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व भर के निवेशकों के लिए भारत आकर्षण का केंद्र है। इसका कारण है उनका भारत में अदम्य विश्वास। भारत में सशक्त प्रजातंत्र है, युवा शक्ति है, राजनैतिक स्थिरता है, तेजी से निर्णय लेने की क्षमता है, ईज ऑफ लिविंग है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस है। भारत रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म के मार्ग पर चल रहा है। भारत में विकास की अभूतपूर्व गति है। वर्ष 2014 से हम तेज गति से आत्म-निर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में निवेश के लिए हर आवश्यक सुविधा है, नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम है, श्रम कानूनों को सरल किया गया है, विभिन्न पाबंदी हटाई गई है, आधुनिक और मल्टी मॉडल अधो-संरचना है, दुनिया का सबसे प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक मार्केट है, नई लॉजिस्टिक नीति लागू है, गाँव-गाँव में ऑप्टिकल फाइबर है, 5त्र नेटवर्क है, बीते 8 वर्षों में हमारे राष्ट्रीय राजमार्गों की गति दोगुना हो गई है, ऑपरेशनल एयरपोट्र्स की संख्या भी दोगुनी हो चुकी है, हमारे पास डेडीकेटेड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर है, एक्सप्रेस-वे हैं, लॉजिस्टिक पार्क हैं, हमारी पोर्ट क्षमता भी बढ़ी है। पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान अधो-संरचना विकास का राष्ट्रीय प्लेटफार्म है। बैंकिंग सेक्टर का री-केपिटलाइजेशन किया गया है, वन नेशन-वन टैक्स है, कई क्षेत्रों में शत-प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि नया भारत प्राइवेट सेक्टर की ताकत पर भी पूरा भरोसा करता है। अब निजी क्षेत्र के दरवाजे रक्षा, खनिज, अंतरिक्ष विज्ञान क्षेत्रों के लिए भी खोल दिए गए हैं। ये सब हमारी विकास की गति को तेज करेंगे और मेक इन इंडिया को नई ताकत प्रदान करेंगे।
ग्रीन एनर्जी में तेजी से आगे बढ़ रहा है भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्रीन एनर्जी को लेकर भी भारत में तेज गति से कार्य हो रहा है। हाल ही में ग्रीन हाइड्रोजन मिशन प्रारंभ किया गया है, जिसमें 8 लाख करोड़ रूपये निवेश की संभावना है। यह अत्यंत महत्वाकांक्षी मिशन है, जो ऊर्जा की वैश्विक आवश्यकता को पूरा करेगा। इससे जुड़ कर हजारों करोड़ रूपये के इंसेंटिव्स का लाभ लें। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने निवेशकों से कहा कि निवेश के क्षेत्र में कई नई संभावनाएँ आपका इंतजार कर रही हैं। यह भारत के साथ नई ग्लोबल सप्लाई चेन के निर्माण का समय है। भारत में अधिक से अधिक
निवेश करें।
समिट में पहुंचे 84 देशों के 431 प्रतिनिधि
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर में हो रही यह समिट सही अर्थ में वैश्विक है। इस समिट में जहाँ दो देश सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति आये हैं, वही समिट में मारीशस के वित्त मंत्री, बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री, जिंबॉब्वे के खनिज मंत्री भी आए हैं। विश्व के 33 देश के प्रतिनिधि आए हैं। कुल 84 देश के 431 डेलिगेट्स आए हैं। आज मध्यप्रदेश की विशेषताओं की विशेष चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए तैयार वातावरण से उद्योगपति परिचित हुए हैं।
मैं मध्यप्रदेश में सीईओ के रूप में सदैव उपलब्ध हूँ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे मध्यप्रदेश के सीईओ के रूप में सदैव उपलब्ध हैं। प्रति सोमवार उद्योगपतियों से भेंट के लिये समय तय किया गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य है और इंदौर देश का स्वच्छतम शहर है। आज प्रदेश विकास की तरफ तेजी से बढ़ा है। प्रदेश की विकास दर देश में सर्वाधिक है. हम तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। भारत की जीडीपी में मध्यप्रदेश का विशेष स्थान है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय एक लाख 37 हजार हो गई है, लेकिन हमें चैन नहीं है इसलिए मध्यप्रदेश में निरंतर कार्य हो रहा है। प्रदेश को और आगे ले जाना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जमीन की माँग 24 घंटे में पूरी करेंगे। प्रदेश में जमीन की पर्याप्त उपलब्धता है। इसे प्राथमिकता से औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिये प्रदान करने का कार्य किया जायेगा। मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए बनाये गये लैंड बैंक में लगभग 2 लाख एकड़ भूमि की उपलब्धता है। प्रदेश में अनेक खनिज हैं। जहाँ तक ऊर्जा उत्पादन की बात है 25 हजार मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है। दिल्ली की मेट्रो रेल भी मध्यप्रदेश की बिजली के सहयोग से चलती है। पानी की कमी नहीं है। औद्योगिक शांति है। प्रदेश से दस्युओं का आतंक समाप्त किया गया है। सुशासन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। ब्यूरोक्रेसी सहयोगी है। उद्योग लगाने जो भी आयेंगे उन्हें मंत्रीगण भी सहयोग करेंगे। मध्यप्रदेश में 11 जलवायु क्षेत्र हैं। प्रदेश देश की खाद्य राजधानी के रूप में उभरा है।
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