भोपाल। मध्य प्रदेश गेहूं उपार्जन (Madhya Pradesh Wheat Procurement) के क्षेत्र में अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर एक नया कीर्तिमान बनाने जा रहा है। यह कहना है तथ्यों के साथ किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल (Farmer Welfare and Agriculture Development Minister Kamal Patel) का। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के किसानों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) को अग्रिम बधाई दी है। पटेल ने कहा है कि कोरोना के इस संकट में भी केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों के साथ खड़ी है। आज ही प्रधानमंत्री ने किसानों के खाते में दो हजार रुपये की एक किश्त जमा की है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किसानों को दिए जा रहे सम्बल के कारण ही एक बार फिर से मध्य प्रदेश गेहूं उपार्जन के क्षेत्र में नया कीर्तिमान रचने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गत वर्ष मध्यप्रदेश ने रिकॉर्डेड एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन कर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। इस वर्ष भी अभी तक एक करोड़ आठ लाख 173 मीट्रिक टन गेहूँ किसानों से उपार्जित किया जा चुका है। इससे किसानों के खाते में 21 हजार 334 करोड़ 32 लाख रुपये किसानों के खाते में जायेंगे। अभी तक एक हजार 522 करोड़ से भी ज्यादा राशि किसानों के खाते में डाली जा चुकी है।
पटेल ने बताया कि प्रदेश में 4660 खरीदी केंद्र स्थापित किये गये हैं। खरीदी केंद्रों पर सरकार द्वारा जारी कोविड-19 का पालन करते हुए गेहूँ का उपार्जन किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने कोरोना विपत्ति के बावजूद अपना खून-पसीना बहा कर गेहूँ का इतना अधिक उत्पादन करने के लिए किसानों को बहुत-बहुत बधाई दी है। उन्होंने गेहूँ उपार्जन के कार्य में संलग्न सहकारिता विभाग, कृषि विभाग और खाद्य विभाग के कर्मचारियों को बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट की इस घड़ी में विभागीय कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल कर किसानों की फसल का उपार्जन का अद्भुत कार्य कर रहे हैं, इसके लिए सभी का बहुत-बहुत साधुवाद।